किशनगंज.शहर में पिछले कई दिनों से हो रही रूक-रूक कर हो रही बारिश के बाद लोगों ने जहां एक तरफ गर्मी से राहत की सांस ली है. तो वहीं शहर की कई सड़कों पर जलजमाव से शहरवासी परेशान है. यूं तो शहरी क्षेत्रों में पक्की सड़कों का जाल बिछा है लेकिन कई सड़कें पुरानी और जर्जर हो चुकी है. सड़कों से गिट्टी निकल जाने के बाद सड़कों पर छोटे-बड़े गड्ढे बन चुके हैं. जिस कारण बारिश होते ही इन गढ्डे में जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो जाती है. दूसरी तरफ सड़कों पर धूल मिट्टी और छोटे-छोटे गिट्टी के टुकड़े रहने से बारिश में सड़कों पर कीचड़ पसर जाता है जिसके बाद राहगीरों को पैदल चलने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. किशनगंज शहर के अधिकांश सड़कों के किनारे नाला का निर्माण किए गया है पर आउटलेट सही नहीं होने के कारण बारिश का पानी सड़कों पर ही कई-कई दिनों से जमा रह जाता है. कई नालों में सही ढंग से निकासी नहीं होने के कारण बारिश होते ही उल्टे नाले की गाद सड़कों पर पसर जाता है जिसके बाद उन सड़कों पर बारिश के बाद पैदल चलने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. एनएच 27 के दोनों साइड पर बने सर्विस रोड की स्थिति सबसे दयनीय हो जाती है. इस पर शहरी भाग दौड़ का सबसे ज्यादा दबाव रहता है. इस सड़कों पर शहर के लोगों के साथ ही दिन भर आला अधिकारियों का आवागमन रहता है किसी अधिकारी का इस ओर ध्यान नहीं जाता. इस संबंध में किसी अधिकारी से पूछा भी जाए तो अधिकारियों द्वारा सड़क के देखभाल एनएचएआइ के जिम्मे बोल अपना पल्ला झाड़ लेते हैं. लेकिन निर्माण के बाद से आज तक कैलटेक्स चौक से बस स्टैंड तक इन सड़कों की कभी मरम्मत नहीं की जा सकी है. जिसके कारण सड़कें पूरी तरह जर्जर हो चुकी है. वहीं शहरी क्षेत्रों की बात करे तो शहरी क्षेत्रों की हाल भी लगभग वैसा ही है. मोहल्लों को जोड़ने वाली सड़कें भारी वाहनों के कारण बीचोंबीच टूट चुकी है. वैसे मुख्य सड़कों के किनारे अब तक नालों का निर्माण नहीं करवाया जा सका है. जिस कारण बारिश होते ही जलजमाव व कीचड़ के कारण कई कई दिनों तक लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
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