शिक्षिका गुड्डी की उपलब्धियों से पॉड कास्ट के जरिये लोग होंगे अवगत

किशनगंज की शिक्षिका कुमारी गुड्डी की सफलता की कहानी पोड कास्ट के जरिये अब दुनिया जानेगी. बैंगलोर की एक संस्था जीआरडी संस्था के साथ स्टाफ रूम ऑर्गेनाइजेशन ने इस कार्य को अंजाम दिया.

By Prabhat Khabar News Desk | January 13, 2025 8:35 PM

किशनगंज.किशनगंज की शिक्षिका कुमारी गुड्डी की सफलता की कहानी पोड कास्ट के जरिये अब दुनिया जानेगी. बैंगलोर की एक संस्था जीआरडी संस्था के साथ स्टाफ रूम ऑर्गेनाइजेशन ने इस कार्य को अंजाम दिया. शिक्षा के क्षेत्र में राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त कुमारी गुड्डी के अब तक के सफ़र को दुनिया के सामने लाने का निश्चिय किया है. इस दौरान उनके शिक्षक बनने की यात्रा का अनुभव उन्होंने साझा किया. इस दौरान आई चुनौतियां और लगातार उनके द्वारा हो रहे नवाचार पर चर्चा हुई.

मालूम हो कि ग्यारह जनवरी को बंगलौर में हुई इस रिकॉर्डिंग के पूरे देश के 15 शिक्षकों ने अपने अनुभव साझा किये. इसमें बिहार के दो शिक्षक रहे जिन्होंने राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. शिक्षिका कुमारी गुड्डी बिहार के उन दो शिक्षकों में शुमार है जिन्हें इस कार्य के लिए चुना गया. इस पॉडकास्ट की रिकॉर्डिंग में इन प्रतिभागी शिक्षकों से उनके शैक्षणिक सफर की कहानी, एक साधारण शिक्षक से नेशनल टीचर अवॉर्ड तक पहुंचने की कहानी साझा किया. बताते चले कि यह पॉडकास्ट उन शिक्षकों के लिए प्रेरणास्रोत हो सकता हे जो शिक्षक अभी नए बहाल हुए है. उन्हें इन शिक्षकों के नवाचार से कुछ नया सीखने को मिले और वे स्कूलों में अच्छा कार्य कर आदर्श प्रस्तुत करें.

कुमारी गुड्डी का अब तक का शैक्षणिक सफर

शिक्षा के प्रति सचेत कुमारी गुड्डी ने अपने शिक्षण कार्य की शुरुआत सीबीएसई मान्यता प्राप्त सरस्वती विद्या मंदिर एवं बाल मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल से की, दस वर्षों तक इन दोनों स्कूल में अध्यापन कार्य कर प्राथमिक विद्यालय गाछपाडा बागमोहर कॉलोनी से सरकारी शिक्षक का सफर 2007 में आरम्भ हुआ. 2013 में उच्च विद्यालय सिंधिया किशनगंज में सेवा देते हुए यहीं से राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2023 के लिए नामित हुई ओर चयनित हुई. वहा से 2024 मे उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय बेलवा काशीपुर किशनगंज बिहार में पोस्टेड है.

क्या है पॉडकास्ट

पॉडकास्ट एक डिजिटल ऑडियो फाइल है, जिसे इंटरनेट के माध्यम से डाउनलोड या स्ट्रीम किया जा सकता है. यह आमतौर पर एक श्रृंखला के रूप में प्रस्तुत किया जाता है, जिसमें विभिन्न एपिसोड होते हैं. श्रोता इसे अपने सुविधानुसार सुन सकते हैं, चाहे वह यात्रा कर रहे हों, व्यायाम कर रहे हों, या आराम कर रहे हों. श्रोताओं को एक ऐप या वेबसाइट के जरिए इन्हें सुनने के लिए सब्सक्राइब करने का विकल्प भी मिलता है, जिससे नए एपिसोड्स ऑटोमेटिकली उपलब्ध हो जाते हैं.

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