किशनगंज.लोकसभा चुनाव के काउंटिंग की तिथि जैसे-जैसे नजदीक आ रही है वैसे-वैसे एक बार फिर राजनीतिक तापमान बढ़ने लगी है.चर्चाओं का बाजार गर्म है.चौक-चौराहों से लेकर गांव की गलियों में संभावित चुनाव परिणाम की चर्चा तेज हो गयी है. विभिन्न दलों के समर्थक अपने-अपने प्रत्याशियों के जीत के अंकगणित को मजबूत करने में जुटे हैं. यहां तक की जीत-हार का मार्जिन भी तय किए जा रहे हैं. किशनगंज संसदीय क्षेत्र से लेकर देश स्तर पर चर्चा हो रही है. किसकी सरकार बनेगी? कौन प्रधानमंत्री बनेगा? दरअसल किशनगंज में दूसरे चरण में 26 अप्रैल को चुनाव होने के बाद चुनाव की चर्चा धीरे-धीरे गौण हो गयी थी. तथा लोग अपने-अपने कार्यों में व्यस्त हो गए थे, लेकिन इधर जैसे-जैसे मतगणना की तिथि नजदीक आती जा रही है, एक बार फिर चुनाव परिणाम की चर्चा तेज हो चली है. चाय-पान की दुकान से लेकर गांव-बाजार और हर उस जगह पर जहां एक साथ कुछ लोग जुटते हैं, वहां इसकी चर्चा होने लगी है कि कौन जीतेगा. किसे कितना वोट मिला है. यह चर्चा कभी-कभी गर्म बहस में भी तब्दील हो जाता है. एक माह पूर्व 26 अप्रैल को किशनगंज में लोकसभा चुनाव का मतदान हुआ था.लोगों ने काफी बढ़ चढ़कर लोकतंत्र के इस महापर्व में हिस्सा लिया था. मतदान में हिस्सा लेने वाले मतदाता अब परिणाम के इंतजार में हैं. कौन जीतेगा और कौन हारेगा इसको लेकर चर्चा एक बार फिर शुरू हो गया है.एकजून को देश भर में अंतिम चरण के मतदान समापन के बाद सभी को मंगलवार चार जून का बेसब्री से इंतज़ार है. इस दिन पता चलेगा कि जीत का सेहरा किसके सर बंधा और कौन देश की बागडोर संभालेगा.अब जबकि एक सप्ताह से भी कम का समय शेष बचा है, हर जगह इसकी ही चर्चा हो रही है. लोगों का ध्यान चुनाव परिणाम पर है. दूसरी ओर मतगणना को लेकर प्रशासन अपनी तैयारियों में जुटा हुआ है.मतगणना कार्य में लगाए जाने वाले कर्मियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है.मतगणना स्थल को भी तैयार किया जा रहा है.जहां चार जून को सुबह आठ बजे से वोटों की गिनती शुरू होगी और 10 बजे से रुझान आने शुरू होंगे तथा दोपहर बाद तक नतीजे घोषित होने की संभावना है.
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