नये साल पर गुलजार रहे बंगाल व नेपाल के तराई क्षेत्र के पिकनिक स्पॉट
प्राकृतिक सोंदर्य से परिपूर्ण बंगाल का मिरिक, पानीघटा, दूधिया, सेवक, रोहिणी, कालीझोरा तथा नेपाल का कन्यम, पाथीभरा, इलाम, सेल्फीडारा आदि पिकनिक स्पोर्ट गलगलिया से 50 से 60 किमी के परिधि में अवस्थित हैं.
गलगलिया. नए साल के पहले दिन बंगाल व नेपाल के रमणीय स्थल पहले दिन ही गुलजार रहे .युवा व बच्चे प्रतिदिन ग्रुप बनाकर नेपाल व बंगाल के पहाड़ी जगहों की तरफ रुख करते नजर आए.बताते चले गलगलिया के निकट बिहार में कोई पिकनिक स्पोर्ट नहीं होने के कारण समीपवर्ती बंगाल व नेपाल के पिकनिक स्पॉट में जनवरी माह में प्रतिदिन कोई न कोई ग्रुप पिकनिक हेतु जाता रहता है. प्राकृतिक सोंदर्य से परिपूर्ण बंगाल का मिरिक, पानीघटा, दूधिया, सेवक, रोहिणी, कालीझोरा तथा नेपाल का कन्यम, पाथीभरा, इलाम, सेल्फीडारा आदि पिकनिक स्पोर्ट गलगलिया से 50 से 60 किमी के परिधि में अवस्थित हैं. इस तरह के कई पिकनिक स्पॉट गलगलिया इलाके के काफी नजदीक है.जहा की घनी वादियां, घने जंगल और पहाड़ों के खुबसूरत नजारों के बीच इन स्थलों पर नए साल का जश्न मनाने के साथ ही युवा यहां फोटोग्राफी करने के लिए बेताब करते नजर आ रहे है. इन पिकनिक स्पॉट्स पर फैली हरियाली, प्राकृतिक सुंदरता लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है.युवाओं का कहना है कि न्यू ईयर को वे अपने खास अंदाज में मना कर अपने दोस्तों और परिवार के साथ जमकर इंजॉय करते हैं.गलगलिया के लोगो को जब भी तफरीह की इच्छा हुई बंगाल व नेपाल के कई रमणीय स्थल उनके ठिकाने बने है. चाहे दार्जलिंग के पहाड़ी स्थल या नेपाल के हिमालय के जंगलो में बने रिसोर्ट.इन जगहों पर घुमने घुमाने के इच्छुक लोगो का आना-जाना लगातार लगा रहता है. वही यदि कोई सुबह जाकर शाम को आने का इच्छुक होता है. तो उनके लिए भी कई पिकनिक स्पॉट मौजूद है. जहाँ हर तरह की सुविधा मोजूद रहती है. दार्जलिंग जिले में पानी घटा , दुधिया , त्रिवेणी , मिरिक , सेवक के अलावे आधा दर्जन पिकनिक स्पॉट है जहा इलाके के युवा परिवार के साथ मस्ती करते है.बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में शराब पर बैन क्या लगाया, बंगाल व नेपाल के रिसोर्ट के तो दिन फिर गए.उतर बंगाल व नेपाल के विभिन्न इलाको में खुले रिसोर्ट में बिहार के लोगो की उमड़ने वाली भीड़ तो यही इशारा करती है.बिहार के अगल बगल के जिलो के ही नहीं बल्कि मध्य और दक्षिण बिहार के इलाको से भी बड़ी संख्या में लोग अपने मन की इच्छा को पूरी करने इन जंगलो में बने रिसोर्ट पहुँचते ह.और नए साल का स्वागत करते नजर आए.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है