सजने लगे पिकनिक स्पॉट, दिये जा रहे केक व गुलदस्ते के एडवांस ऑडर
सजने लगे पिकनिक स्पॉट, दिये जा रहे केक व गुलदस्ते के एडवांस ऑडर
ठाकुरगंज वर्ष 2024 अपने आप में कई खट्टी-मीठी यादों को समेट 31 दिसंबर को विदा हो जाएगा. जबकि उम्मीदों से लबरेज नववर्ष 2025 का लोग स्वागत करेंगे. युवाओं ने इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है. बेशक, उन क्षणों को यादगार बनाने का तरीका अलग-अलग होगा, लेकिन सबों के दिल में एक ही भाव व उत्साह नये साल के पहले दिन को मनाने का है. नववर्ष की आपकी खुशी में खलल वालों पर पुलिस का पहरा रहेगा और असामाजिक तत्व पैनी नजर रहेगी. हालांकि युवाओं ने इस बार अच्छी खासी तैयारी की है. गिफ्ट, केक के लिए दे रहे एडवांस ऑर्डर नए साल को सेलिब्रेट करने वाली चीजों से बाजार सजने लगे हैं. कई लोग केक, गुलदस्ता, गिफ्ट की दुकानों पर एडवांस ऑडर दे रहे हैं. शहर के संतोष कुमार साह ने बताया कि वह मित्रों के साथ भातडाला पोखर में पिकनिक मनाने की तैयारी कर रहा है. लेकिन, मनोज कुमार कहते हैं कि वह भाई-बहनों व माता-पिता के साथ न्यू ईयर सेलिब्रेट करेंगे और कानकी धाम मंदिर जायेंगे. इन स्थलों पर मनाएंगे पिकनिक नगर के युवा विभिन्न स्थलों पर पिकनिक मनाने जाते हैं. कुछ लोग अपने परिवार व मित्रों के साथ घूमने के लिए भी जाते हैं. भातडाला पार्क 0, भीम तकिया, मेची नदी के तट पर जहां लोग मनोरंजन के लिए जाते हैं, जबकि बड़ी संख्या में लोग समीपवर्ती बंगाल के दुधिया, मिरिक जैसे जगहों के अलावे नेपाल के कन्याम और ड्रीम लेंड के पास कुछ घूमने और कुछ पिकनिक मनाने जाते हैं. भातडाला पोखर 2020 के छह जनवरी को जल जीवन हरियाली यात्रा क्रम में सूबे के मुखिया नीतीश कुमार का आगमन नगर के भातडाला पोखर में हुआ था. उनके आगमन से भातडाला पोखर का सौंदर्यीकरण सीमा क्षेत्र विकास कार्यक्रम अन्तर्गत डेढ़ करोड़ रुपये से अधिक राशि से किया गया था. पोखर में चिल्ड्रेन पार्क का भी निर्माण किया गया था. जिससे भातडाला पोखर को नई संजीवनी मिली थी. भातडाला पोखर सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों के मुख्य आकर्षण का केन्द्र बिंदू बना हुआ है . कैंटिन की जरूरत सैकड़ों लोग प्रतिदिन भातडाला पार्क में घुमने आते हैं, लेकिन लोगों की सुविधा के नाम पर यहां मात्र शौचालय का निर्माण किया गया है, खाने पीने के लिए कैंटिन नहीं बनाये जाने से लोगो को भूख लगने पर बेरंग वापस होना पड़ता है. लोगो ने कहां की बड़ी नहीं, लेकिन एक छोटी कैंटीन होना बहुत जरूरी है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है