किशनगंज.इस्लाम मजहब में सबसे ज्यादा महत्व और पवित्र कही जाने वाली हज यात्रा साल 2024 की आवेदन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. जिसके बाद अब जल्द ही हज यात्रा की शुरुआत होने वाली है. विदित हो की इस वर्ष की हज यात्रा की शुरुआत नौमई से 25 मई तक शुरू होने की संभावना जताई जा रही है. जिला हज कमिटी के सदस्य कारी मशकुर ने बताया की इस्लाम के पांच फर्ज़ में से एक फर्ज़ हज है. बाकी के चार फर्ज़ हैं- कलमा, रोज़ा, नमाज़ और ज़कात, धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक़, शारीरिक और आर्थिक रूप से सक्षम हर मुसलमान को अपनी ज़िंदगी में कम से कम एक बार इस फर्ज़ को निभाने का दायित्व है. इस्लाम धर्म की मान्यताओं के मुताबिक़, पैग़ंबर इब्राहिम को अल्लाह ने एक तीर्थस्थान बनाकर समर्पित करने के लिए कहा था. हज एक जरिया है यह बताने का कि दुनियाभर में जितने भी मुस्लिम हैं सब बराबर हैं. साल 628 में पैगंबर मोहम्मद साहब ने अपने 1400 अनुयायियों के साथ एक यात्रा शुरू की थी. ये यात्रा ही इस्लाम की पहली तीर्थयात्रा बनी जिसे बाद में हज कहा गया. हर साल दुनियाभर से सभी मुस्लिम सऊदी अरब हज के लिए पहुंचते हैं. बता दें कि हज यात्रा में जाने से पहले सभी हज यात्रियों को प्रशिक्षण और टीकाकरण किया जाता है. जिसकी शुरुआत 02 मई दिन गुरुवार को सदर अस्पताल प्रांगन में की गयी .जो जिले वासी साल 2024 की हज यात्रा पर जा रहे हैं तो उन्हें स्वास्थ्य विभाग के द्वारा टिका लगवाना अनिवार्य है. |इस वर्ष जिले से कुल 269 लोग हज यात्रा पर जा रहे हैं. सरकार उनके स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को पूरा कर रही है. इसी क्रम में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले के हज यात्रियों को एकत्रित कर सदर अस्पताल प्रांगन में आवश्यक टीके लगाया गया. इस मौके पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से सदर अस्पताल के जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ देवेन्द्र कुमार ,अस्पताल उपाधीक्षक डॉ अनवर हुसैन , स्वास्थ्य प्रबंधक जुले अशरफ आदि उपस्थित थे | हज यात्रियों को जरूरी है टीकाकृत किया जाना
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ देवेन्द्र कुमार ने बताया हज करने जा रहे लोगों के लिए आवश्यक चिकित्सीय सुविधा स्वास्थ्य विभाग द्वारा उन्हें समय-समय पर उपलब्ध करायी जाती रही है. इसी कड़ी में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले से जा रहे हज यात्रियों को पोलियो एवं मैनिनजाइटिस का टीका दिया गया. इस मौके पर कोरोना की भी टीम मौजूद थी. इससे पहले भी हज यात्रियों को पोलियो एवं मैनिंजाइटिस का टीका दिया गया था जिनमें से कुछ शेष रह गये थे. उ देश से बाहर जा रहे लोगों के लिए विभिन्न प्रकार मेडिकल प्रोटोकॉल का पालन करना पड़ता है. खासकर हज यात्रियों को क्योंकि जहां वे जा रहे हैं, वहां बड़ी संख्या लोग प्रार्थना करने के उद्देश्य से विश्व के अन्य हिस्सों से इकट्ठा होते हैं. इतन बड़ी संख्या को एक साथ स्वस्थ्य रखने के लिए अंतर्राष्ट्रीय चिकित्सीय नियमों का पालन करना आवश्य हो जाता है. ऐसे में हज यात्रियों को उनकी चिकित्सीय देखभाल में सरकार द्वारा कहीं से किसी प्रकार की कमी नहीं की जा रही है.
पोलियो ड्राप पिलाया और मेंजाइटिस का टीका एंव प्रमाणपत्र दिया
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है