किशनगंज.शहर के पूरबपाली स्थित गौशाला परिसर में ध्यान फाउंडेशन द्वारा संचालित गौशाला में मवेशियों की मौत और नारकीय स्थिति को लेकर स्थानीय लोगों व कई हिंदू संगठनों के प्रतिनिधियों ने मुख्य सड़क पर टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया और सड़क पर ही धरने पर बैठक गये. मालूम हो कि ध्यान फाउंडेशन जिसके द्वारा शहर के भूतनाथ मंदिर के निकट गौशाला का संचालन किया जा रहा है. इसके खिलाफ भाजपा, विहिप, बजरंगदल सहित अन्य संगठनों के कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया. इस दौरान कार्यकर्ता मवेशियों की हत्या बंद करो, ध्यान फाउंडेशन वापस जाओ का नारा लगा रहे थे. घंटों सड़क जाम की वजह से दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारे लग गयी. नेताओं का आरोप है कि ध्यान फाउंडेशन द्वारा संचालित गौशाला में आए दिन मवेशी काल के गाल में समा रहे है और गौशाला की नारकीय स्थिति है. बावजूद इसके ध्यान फाउंडेशन प्रबंधन द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है. भाजपा जिला अध्यक्ष सुशांत गोप ने कहा कि गौशाला प्रबंधक के द्वारा तुरंत यहां से गौशाला को हटाया जाना चाहिए क्योंकि पास में मंदिर है और दुर्गंध की वजह से श्रद्धालुओं का ठहरना मुश्किल हो जाता है. उन्होंने कहा कि श्रावणी मेला चल रहा है.खुले में मरे हुए पशुओं से काफी दुर्गंध आती है. इससे भक्तों को काफी परेशानी होती है और यह सीधे आस्था पर चोट है. वहीं बजरंग दल जिला अध्यक्ष सुनील तिवारी ने कहा कि ध्यान फाउंडेशन ने जबरन गौशाला की जमीन को कब्जा करके रखा हुआ है और पशुओं की हत्या की जा रहीं है. उन्होंने कहा कि खुले में मरे पड़े पशुओं से महामारी फैलाने का खतरा बना हुआ है. साथ ही आसपास के घरों व मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल तक इसकी दुर्गंध जाती है. गौरतलब हो कि ध्यान फाउंडेशन पुलिस और बीएसएफ द्वारा जब्त मवेशियों का रख रखाव करती है. वहीं हंगामे की सूचना के बाद मजिस्ट्रेट सतेंद्र सहाय,थानाध्यक्ष संदीप कुमार , नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी प्रवीण कुमार सहित अन्य अधिकारी पहुंचे और समझा बुझा कर जाम खुलवाया. ————————————– ध्यान फाउंडेशन पर लगाये गये आरोप निराधार – गौरव फोटो 10 गौरव कुमार यादव प्रतिनिधि, किशनगंज ध्यान फाउंडेशन के वॉलेंटियर गौरव कुमार यादव ने कहा कि ध्यान फाउंडेशन की किशनगंज गौशाला 2019 से बीएसएफ एवं पुलिस द्वारा बचाए गए गौवंश के पुनर्वास कार्य में निष्ठ है और दो एकड़ जमीन किशनगंज गोशाला कमेटी के द्वारा उन्हें प्रदान की गई है. उन्होंने कहा कि उनकी संस्था को बदनाम करने की कोशिश की जा रही हैं. जो आरोप लगाए जा रहे वह पूरी तरह बेबुनियाद और निराधार हैं. उन्होंने कहा कि ध्यान फाउंडेशन देश भर में 45 से अधिक गौशालाओं के माध्यम से हजारों गौवंश का पालन पोषण कर रही है. उन्होंने कहा कि ध्यान फाउंडेशन द्वारा संचालित गौशाला की खराब स्थिति के लिए भूतनाथ गौशाला कमिटी जिम्मेदार हैं.
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