विकलांगों के लिए रेलवे स्मार्ट कार्ड का किया लॉन्च

भारतीय रेलवे ने दिव्यांगजनों के लिए यात्रा को अधिक सुलभ और सुविधाजनक बनाने के उद्देश्य से विकलांग रेलवे स्मार्ट कार्ड 2024 लॉन्च किया है.

By Prabhat Khabar News Desk | January 3, 2025 8:17 PM

किशनगंज. भारतीय रेलवे ने दिव्यांगजनों के लिए यात्रा को अधिक सुलभ और सुविधाजनक बनाने के उद्देश्य से विकलांग रेलवे स्मार्ट कार्ड 2024 लॉन्च किया है. से दिव्यांग रेलवे स्मार्ट कार्ड का नाम दिया गया है. इस बाबत पूर्वोतर सीमांत रेलवे के मुख्य जनसंपर्क पदाधिकारी कपिंजल किशोर शर्मा ने बताया कि यह स्मार्ट कार्ड न केवल दिव्यांग यात्रियों को रियायती दरों पर टिकट की सुविधा प्रदान करेगा बल्कि यात्रा के दौरान उन्हें कई अन्य लाभ भी उपलब्ध करायेगा.

क्या है दिव्यांग रेलवे स्मार्ट कार्ड

विकलांग रेलवे स्मार्ट कार्ड एक विशेष कार्ड है जिसे भारतीय रेलवे द्वारा दिव्यांग यात्रियों के लिए तैयार किया गया है. इस कार्ड के माध्यम से दिव्यांगजन भारतीय रेल में यात्रा करते समय 25 प्रतिशत से 75 प्रतिशत तक की छूट प्राप्त कर सकते हैं. इंडियान रेलवे स्मार्ट कार्ड भारतीय रेलवे द्वारा आयोजित विभिन्न शिविरों में जारी किया जा रहा है, जहां इच्छुक दिव्यांगजन इसे बनवा सकते हैं.

विकलांग रेलवे स्मार्ट कार्ड के लाभ

इस स्मार्ट कार्ड के माध्यम से दिव्यांग यात्रियों को कई लाभ प्राप्त होंगे. जिसमे स्मार्ट कार्ड धारक दिव्यांग यात्रियों को रेल टिकट पर 25 प्रतिशत से 75 प्रतिशत तक की छूट मिलेगी. सभी प्रकार के कोचों में दिव्यांग यात्रियों के लिए सीटों का आरक्षण प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा. इस कार्ड के जरिए दिव्यांग यात्री किसी भी समय बिना किसी झंझट के टिकट बुक कर सकेंगे, जिससे उनकी यात्रा सुगम और आरामदायक हो सकेगी.

विकलांग रेलवे स्मार्ट कार्ड आवेदन प्रक्रिया

पूर्वोतर सीमांत रेलवे के मुख्य जनसंपर्क पदाधिकारी कपिंजल किशोर शर्मा ने बताया की दिव्यांग रेलवे स्मार्ट कार्ड के लिए आवेदन करने के लिए जिला चिकित्सा अधिकारी द्वारा जारी विकलांगता प्रमाण पत्र, फोटो परिचय पत्र, जन्म प्रमाण पत्र, और पता प्रमाण पत्र की सेल्फ अटेस्टेड कॉपी. 2 पासपोर्ट साइज फोटो.आवेदन डाक के माध्यम से या व्यक्तिगत रूप से सम्बन्धित डीआरएम ऑफिस में जमा किया जा सकता है.

यूनिक आईडी नंबर और सॉफ्टवेयर अपडेट

बताते चले विकलांग यात्रियों को यूआईडी नंबर जारी किये जाने के बाद उसे रेलवे के सॉफ्टवेयर में अपडेट किया जाएगा. जब भी कोई दिव्यांग यात्री टिकट बुक करेगा, तो उसे यूआईडी कार्ड की फोटो कॉपी देनी होगी. सॉफ्टवेयर में यूआईडी नंबर की एंट्री करते ही यात्री की पूरी जानकारी मॉनिटर पर दिखाई देगी और उसी आधार पर कंसेशन टिकट जारी किया जाएगा.

कार्ड की वैधता और सावधानियां

इस कार्ड की वैधता 5 वर्षों के लिए होगी. पहले की तरह फर्जी प्रमाण पत्र बनवाकर कंसेशन टिकट लेने की प्रथा को रोकने के लिए इस प्रक्रिया को और अधिक सख्त बनाया गया है.

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