राशन कार्ड धारी खुद से भी बना सकते हैं अपना आयुष्मान कार्ड
राशन कार्ड धारी खुद से भी बना सकते हैं अपना आयुष्मान कार्ड
आयुष्मान भारत एप पर राशन कार्ड धारी खुद से भी बना सकते हैं अपना आयुष्मान कार्ड
आगामी 25 सितंबर तक शिविर का किया जायेगा आयोजन
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत जिले भर में 3.50 लाख लोगों का बना आयुष्मान कार्डजिला कार्यक्रम समन्वयक आयुष्मान पंकज कुमार ने बताया कि आयुष्मान कार्ड बनाने में किसी प्रकार कि कोई परेशानी नहीं हो इसके लिए benificiary.nha.gov.in के नाम से एक आयुष्मान भारत एप लॉच किया गया है. इसको कोई भी लाभुक अपने मोबाइल पर डाउनलोड करके घर बैठे खुद भी अपना आयुष्मान कार्ड बना सकता है. इस एप में ऑनलाइन ऑटो स्वीकृत प्रणाली लागू है. इसकी वजह से किसी भी अधिकारी और कर्मी को राशन कार्ड कि जांच करने कि आवश्यकता नहीं पड़ती है. आयुष्मान कार्ड के लिए राशन कार्ड पहले से ऑनलाइन है, उसी आधार पर स्वयं वेरिफिकेशन हो जाता है. इस दौरान डॉक्यूमेंट के सही रहने पर दो मिनट के अंदर आयुष्मान कार्ड का पीडीएफ मोबाइल पर दिखने लगता है. जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों के साथ माता गुजरी मेडिकल कॉलेज को भी आयुष्मान योजना से जोड़ा गया है .
कार्ड बनाने के लिए राशन कार्ड अनिवार्य सिविल सर्जन डॉ राजेश कुमार ने बताया कि पीएचएच और अंत्योदय योजना के तहत राशन कार्ड बनता है. इस दोनों राशन कार्डधारियों का आयुष्मान कार्ड बनाया जाना है. एक भी व्यक्ति आयुष्मान कार्ड से वंचित नहीं रहेगा. कार्ड बनाने के लिए सरकार के स्तर से सीएससी संचालकों को जिम्मा दिया गया है. जन वितरण प्रणाली विक्रेता के यहां कैंप लगेगा और वहां वंचित लोग आएंगे और सीएससी संचालक आयुष्मान कार्ड बनायेंगे. बताया कि आयुष्मान कार्ड धारक व्यक्ति साल में पांच लाख खर्च तक इलाज फ्री में करा सकता है. किसी के पास राशन कार्ड है, तो उसके परिवार के सभी सदस्यों को आयुष्मान भारत के तहत इलाज का लाभ मिलेगा. पीएम आयुष्मान योजना की सूची में अगर किसी का नाम नहीं होगा, तो उस राशन कार्ड धारी का सीएम आरोग्य योजना के तहत कार्ड बनेगा. जिले के 09 सरकारी एवं 03 सूचीबद्ध निजी अस्पताल में आयुष्मान कार्डधारी मुफ्त इलाज करा सकते हैंडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है