ठाकुरगंज.रंगापानी रेलवे स्टेशन पर यार्ड के पुनर्निर्माण के लिए अलुआबाड़ी ठाकुरगंज सिलीगुड़ी होकर कई ट्रेनों को डाइवर्ट किये जाने के बाद इस रूट पर चलने वाली ट्रेने शुक्रवार को काफी विलम्ब से चली इससे नियमित यात्री काफी परेशान हुए . शुक्रवार सुबह से ही मेन लाइन की कई ट्रेनों को ठाकुरगंज होकर डाइवर्ट किया गया.
मेन लाइन की ट्रेनों के ठाकुरगंज होकर डायवर्ट किये जाने के बाद सिलीगुड़ी – ठाकुरगंज – अलुआबाड़ी रोड रेलखंड की मूल ट्रेने लगातार लेट की जा रही है. सिंगल लाइन होने के कारण क्रोसिंग के कारण ट्रेने विभिन्न स्टेशन पर रोक दी जाती है. शुक्रवार को12377 पदातिक एक्सप्रेस , 12506 नार्थईस्ट एक्सप्रेस , 15904 चंडीगढ़ डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस , 20506 डिब्रूगढ़ राजधानी , 12364 हल्दीबाड़ी कोलकत्ता सुपरफास्ट एक्सप्रेस , 05952 न्यू तिनसुकिया बेंगलरू एक्सप्रेस , 15644 कामख्या पूरी एक्सप्रेस को ठाकुरगंज होकर डाइवर्ट किया गया. इन ट्रेनों के ठाकुरगंज होकर डाइवर्ट किये जाने के कारण इस लाइन के ट्रेने काफी लेट चली . सियालदाह से आने वाली कंचन कन्या एक्सप्रेस एक घन्टा लेट तो तो कटिहार से सिलीगुड़ी जाने वाली इंटर सिटी एक्सप्रेस दो घंटा लेट ठाकुरगंज पहुंची .इसी तरह राधिकापुर से आने वाली डेम्यु डेढ़ घंटा लेट ठाकुरगंज पहुंची फिर इसे एक घंटा ठाकुरगंज में रोक कर कई गाडियों को पास किया गत्गाया , फिर इस गाडी को अधिकारी में बैठा दिया गया और यह गाडी सिलीगुड़ी ढाई घंटा लेट पहुंची . लगभग यही हालत कैपिटल एक्सप्रेस की हुई कटिहार से नियत समय पर खुली यह ट्रेन ठाकुरगंज डेढ़ घंटा लेट पहुंची.
डबल ट्रैक की है आवश्यकता
इस बाबत ठाकुरगंज रेल यात्री संघ के उपाध्यक्ष अरुण सिंह ने बताया की ट्रेनों के डाइवर्ट होने के कारण इस रेल खंड की विभिन्न ट्रेनों के परिचालन पर सीधा असर दिख रहा. उन्होंने कहा सिलीगुड़ी से अलुआबाड़ी तक सिंगल ट्रैक होने के कारण यहां से गुजरने वाली ट्रेनों को अन्य ट्रेन के आने के कारण रास्ते के स्टेशनों पर खड़ा कर दिया जाता है. इस कारण ट्रेने काफी लेट हो जाती हैं. अगर ट्रैक डबल हो जाता है, तो एक तो ट्रेने लेट होने की समस्या खत्म होगी वहीं ट्रेनों की गति भी बढ़ जाएगी.
कई बार हुई है समस्या
शुक्रवार जैसी समस्या पिछले कई वर्षो में दर्जनों बार लोगों को झेलनी पड़ी है. लेकिन न ही ट्रेक को डबल किये जाने का कोई कार्य रेलवे के पास विचाराधीन है न ही रेल खंड के विभिन्न स्टेशनों यथा पोठिया , तैयबपुर, गलगलिया में क्रोसिंग लाइन बनाने का प्रावधान विचाराधीन है.प्रतिनिधियों ने भी की अनदेखी
स्थानीय नागरिक अमित सिन्हा , गुड्डू सिंह , अमरजीत चोधरी , रितेश यादव , विवेक साह आदि ने बताया की स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने इस रेल खंड के साथ सौतेला व्यवहार किया है. न कभी डबल ट्रेक के बारे में सोचा गया जिससे क्रासिंग के दौरान स्टेशनों पर खड़ी रहती हैं ट्रेने वही सुविधाओं के अभाव में प्लेटफार्म पर परेशान होते हैं यात्री. स्टेशन पर मूलभूत सुविधाएं भी नहींहै ठाकुरगंज स्टेशन पर पर्याप्त शेड भी नहीं है. इस कारण यात्रियों को खुले आसमान के नीचे खड़ा रहना पड़ता है. जहां वे गर्मी, बारिश ठंड से जूझते रहते हैैं.
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