जिले में बालू माफियाओं का बढ़ रहा मनोबल, खनन विभाग व पुलिस टीम पर कर रहें हैं हमला
जिले में बालू माफियाओं के हौसले बुलंद है नतीजा यह है कि विभागीय जांच दल और पुलिस टीम पर माफिया जब तब हमला बोल दे रहे हैं. बालू माफियाओं के बुलंद हौसले के सामने खनन विभाग बौना साबित हो रहा है.
किशनगंज. जिले में बालू माफियाओं के हौसले बुलंद है नतीजा यह है कि विभागीय जांच दल और पुलिस टीम पर माफिया जब तब हमला बोल दे रहे हैं. बालू माफियाओं के बुलंद हौसले के सामने खनन विभाग बौना साबित हो रहा है. दरअसल हाल में घटित कुछ एक घटनाओं पर नजर दौड़ायें तो यह स्पष्ट हो जाएगा कि कैसे बालू माफिया अब जगह जगह संगठित होकर नियम कानून की परवाह किए बगैर धड़ल्ले से अवैध उत्खनन भंडारण और बिक्री में लगे हुए हैं.
बताते चले कि पिछले साल सात दिसंबर को पोठिया प्रखंड के चमरानी घाट में बालू माफिया खनन और पुलिस टीम पर लाठी डंडों से हमला बोलकर दरोगा सहित चार लोगों को घायल कर दिया था. जिसमें 21 नामजद के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराते हुए 50 लाख से अधिक के राजस्व क्षति का जुर्माना ठोका गया था. इसके एक सप्ताह बाद ही 13 दिसंबर को किशनगंज प्रखंड के महीनगांव के एक बालू घाट में अवैध बालू उत्खनन की सूचना पर पहुंची टाउन पुलिस की टीम पर बालू माफियाओं ने हमला बोलकर कुछ एक पुलिस कर्मियों को घायल कर दिया था, जिस मामले में भी पुलिस ने छह नामजद और एक दर्जन अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध मामला दर्ज कराया गया था.हालांकि दोनो ही मामलों में नामजद आरोपितों में से कुछ की गिरफ्तारी की गई है. इस बीच पौआखाली में सात अप्रैल को भी खनन विभाग के द्वारा बालू के अवैध उत्खनन भंडारण मामले में तीन लोगों के विरुद्ध थाने में मामला दर्ज कराया है. पूर्व में वर्ष 20 में भी तत्कालीन खान निरीक्षक संजय प्रसाद के द्वारा भी कथित बालू तस्करों के साथ हुए एक झड़प मामले में करीब आधे दर्जन व्यक्तियों को नामजद आरोपी बनाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराया था. बहरहाल डीएम तुषार सिंगला के द्वारा अवैध बालू उत्खनन एवम भंडारण और बिक्री की रोकथाम के लिए टास्क फोर्स का गठन किया गया है लेकिन टास्क फोर्स के द्वारा इसके रोकथाम में उतनी तेजी नही देखी जा रही है.
केस स्टडी -1
खान निरिक्षक के द्वारा थाने में दिए गए आवेदन के मुताबिक पांच दिसंबर 2023 को अपराह्न लगभग तीन बजे, खनिज विकास पदाधिकारी,खनन निरीक्षक अपने गृह रक्षक बल के साथ अवैध खनन परिवहन एवं भंण्डारण की रोकथाम हेतु पोठिया थाना अन्तर्गत चामरानी बालूघाट पर पहुचे थे,जहां बालू माफियाओं ने छापेमारी दल को देखते ही अपनी अपनी ट्रैक्टर की ट्रौली छोड़कर भाग गये,ठीक उसके बाद दर्जनों बालू माफियाओं ने छापेमारी दल के वाहन को रोककर प्रशासन के विरूद्ध गाली-गलौज कर लाठी डंडे एवं ईट-पत्थर से अचानक हमला कर दिया। जिससे अधिकारी और कई सुरक्षा कर्मी बुरी तरह से घायल हो गए,सभी घायल व्यक्ति को जिला सदर अस्पताल, किशनगंज में लाकर उपचार कराया गया.खान निरीक्षक ने अपने आवेदन में लिखा है कि इस घटना में शामिल लोग पोठिया थाना अंतर्गत मडिया भिठा, पोठिया के निवासी है. जिसका नाम मनीरूल हक, बादल, आजीजुल, सुख्खा अली, इनामुल हक, सईदुर, कासिम, कादिर, रिजाउल, सुफियान, अरजाउल, गुलाब, नुतफुल, मंजर. मतिर्जर, इजाउल, मनरूल, बबलू, जाहूल आलम, कौशर, अजीजुल, शामिल थे.खनन निरीक्षक ने आवेदन में लिखा कि नामजद सभी आरोपित बालू कां अवैध खनन एवं भण्डारण कार्य में शामिल है. इन लोगों के द्वारा महानंदा नदी के चमरानी बालूघाट से अवैध तरीके से बालू काटकर चोरी छिपे मटिया भिठा गांव में भंडारण करते है एंव मजबूल रहमान, पिता रमजान अली, ग्राम-नया चौक गंजाबाड़ी, थाना-पोठिया के द्वारा अवैध तरीके से बालू भण्डारित कर ट्रक में लोड करवाकर बजार में ऊँचे दाम पर बेचते है. ये सभी दबंग प्रवृति एवं राजनितिक पहुंच वाले व्यक्ति है.
केस स्टडी-2
किशनगंज में बालू माफियाओं का हौसला इतना बुलंद है कि अवैध खनन को लेकर छापेमारी के लिए गयी, खनन विभाग की टीम पर लगातार हमला किया जा रहा है. मामला 13 दिसंबर 2023 देर रात की है जहां किशनगंज टाउन थाना क्षेत्र के महीनगांव पंचायत स्थित बसंतपुर गांव में अवैध बालू के भंडारण की सूचना पर छापेमारी के लिए गयी खनन विभाग के अधिकारी और पुलिसकर्मियों पर बालू माफ़िया के द्वारा धावा बोलकर हमला किया गया. बालू माफियाओं के हमले से दो पुलिस कर्मी व खनन विभाग के चालक घायल हो गए. सभी घायलों को किशनगंज सदर अस्पताल में इलाज करवाया गया. मामले में खान निरीक्षक सौरव गुप्ता के बयान पर सदर थाने में 6 नामजद व 10-12 अज्ञात के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज करवायी जा रही है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है