किशनगंज.बूंद-बूंद पानी को तरसे ग्रामीण,जिले के कई इलाकों में आज तक जल नल योजना शुरू नहीं हो पाया.और अब चापाकल भी सुख रहें हैं.ग्रामीणों को नहीं मिल रहा जल, गर्मी की तपिश में ग्रामीणों के कंठ सूख रहे हैं.घटते जलस्तर के कारण परेशानी लगातार बढ़ी है.गर्मी की तपिश में ग्रामीणों के कंठ सूख रहे हैं.तालाबों में भी पानी नहीं है.नदियों में पानी नहीं हैं, गांवों का जलस्तर नीचे चला गया है.चापाकाल और हैंड पंप सुख रहे हैं. गर्मी के इस मौसम में लोग बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं.अधिकांश चापाकलों से पानी गिरना बंद हो गया है. गर्मी के इस मौसम में ग्रामीण बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं.यह स्थिति 10 दिनों से है.चापाकलों ने पानी देना बंद कर दिया है.बालूबारी निवासी चिरंजीत प्रसाद सिंह बताते हैं कि करीब एक माह से चापाकल में पानी नहीं आ रहा है.सुबह में पानी डालने के बाद कुछ देर चलता है फिर बंद हो जाता है.लिहाजा पानी खींचने वाला मोटर भी बेदम हो चुका है. दिघलबैंक निवासी रामदेव बताते हैं कि घर के चापाकल बिलकुल बंद हो गए हैं.ग्रामीणों ने बताया कि जब नाले एवं नदियों में पानी नहीं है तो चापाकल से पानी कैसे निकलेगा गौरतलब है की भीषण गर्मी और आग उगलते मौसम में जिले में पेयजल संकट गंभीर होता जा रहा है.
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