एमएमडीपी किट में मिलेगा विशेष प्रकार का चप्पल
एमएमडीपी किट में मिलेगा विशेष प्रकार का चप्पल
फाइलेरिया मरीजों को अब एमएमडीपी किट में मिलेगा विशेष प्रकार का चप्पल
फोटो 2 फाइलेरिया मरीज को कीट प्रदान करते अधिकारी.
पहली बार एमएमडीपी किट में मरीजों को मिलेगा चप्पलहाइड्रोसील मरीजों का नि:शुल्क ऑपरेशन कर बैकलॉग किया जाएगा खत्म
ठाकुरगंज प्रखंड के 07 फाइलेरिया ग्रसित मरीजों को (एमएमडीपी) किट प्रदान किया गया
प्रतिनिधि, किशनगंज
जिले में 1846 फाइलेरिया मरीज
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ मंजर आलम ने बताया कि फाइलेरिया ग्रसित मरीजों का संपूर्ण इलाज नहीं हो सकता लेकिन इसे नियंत्रित रखा जा सकता है. जिले में अब तक किये गये सर्वे के अल्लोक में कुल 1846 फाइलेरिया मरीजों की पहचान की गयी है , ज्यादातर लोगों के पांव फाइलेरिया से ग्रसित होते हैं जिसे आमतौर पर हाथीपांव भी कहा जाता. ऐसे में लोगों को इसका विशेष ध्यान रखना जरूरी है. पांव को नियमित रूप से डेटॉल साबुन से साफ करने के साथ उसमें एंटीसेप्टिक क्रीम लगानी चाहिए. इससे ग्रसित अंगों का आवश्यक नियंत्रण किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि पांव के अतिरिक्त लोगों के हाथ, हाइड्रोसील व महिलाओं के स्तन भी फाइलेरिया से ग्रसित हो सकते हैं. समय से इसकी पहचान करते हुए आवश्यक चिकित्सकीय सहायता लेने से इसे नियंत्रित रखा जा सकता है. इसी क्रम में ठाकुरगंज प्रखंड के फाइलेरिया क्लिनिक में फाइलेरिया ग्रसित मरीजों के प्रभावित अंग की बेहतर देखभाल के लिए 07 फाइलेरिया ग्रसित मरीजों को मोरबिडिटी मैनेजमेंट एंड डिसेबिलिटी प्रीवेंशन (एमएमडीपी) किट एवं यूडीआइडी सर्टिफिकेट भी प्रदान किया गया. सभी मरीजों को किट प्रदान करते हुए स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा फाइलेरिया ग्रसित अंगों की देखभाल करने और नियमित रूप से आवश्यक दवाइयों के उपयोग करने की जानकारी दी गई. इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी फाइलेरिया के मरीजों को अपने घर एवं आसपास के लोगों को फाइलेरिया से सुरक्षित रहने के प्रति जागरूक करने का संदेश दिया गया.
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