गुरूजी पुराने ढर्रे पर चले, जांच न होने का फायदा उठाकर हाजिरी बनाकर विद्यालय से निकल जाते है कुछ शिक्षक
सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों की हाजरी इ शिक्षा कोष से बनना शुरू होने के बाद स्कूलों में जाकर जांच प्रक्रिया बंद क्या हुई शिक्षकों की मनमानी चरम पर है.
ठाकुरगंज.सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों की हाजरी इ शिक्षा कोष से बनना शुरू होने के बाद स्कूलों में जाकर जांच प्रक्रिया बंद क्या हुई शिक्षकों की मनमानी चरम पर है. ठाकुरगंज के कई शिक्षक सुबह 9 बजे पहुंच कर हाजरी तो बना रहे है लेकिन उसके बाद तुरंत ही स्कूल से निकल जा रहे है. यह सब हो रहा है निगरानी तंत्र बंद होने के कारण , वहीं कई शिक्षकों के द्वारा शिक्षा कोष एप में छेड़छाड़ कर अपने घरों से ही हाजरी बनाने की खबरें आम है.
हाजरी बनाकर स्कूल से निकल जाते है शिक्षक
बताते चले एक जुलाई से सरकारी शिक्षकों की ई शिक्षा कोष एप्प से हाजरी बनाने का फरमान विभाग ने जारी किया था. इस आदेश के साथ यह भी फरमान था अब स्कूलों की होने वाली नियमित जांच नहीं होंगी. क्योंकि विभाग को यह भरोसा था की स्कूलों में पहुंचकर जब शिक्षक एप्प से समय पर हाजरी बना ही रहे है तो फिर जांच कैसी ? शुरुआत में तो स्कूलों में सब सही रहा लेकिन धीरे- धीरे जांच नहीं होने का फायदा उन भगोड़े शिक्षको ने उठाना शुरू कर दिया जो विभाग की कड़ाई से परेशान थे. सुबह नौ बजे हाजरी बनाने के साथ ऐसे शिक्षक स्कूल से निकल जा रहे है. जिसमे कुछ अपने काम निपटाकर वापस आजाते है तो कुछ शाम को हाजरी होने के वक्त आते है और आउट की हाजरी बनाकर निकल जाते है. हालांकि कई बार ऐसे शिक्षक आउट हाजरी बनाने स्कूल आते भी नहीं है क्योकि आउट हाजरी की बाध्यता वर्तमान में नहीं है.
क्या कहते है बीईओ
इस मामले में ठाकुरगंज प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी कुमकुम ने बताया कि भले ही जांच बंद हो गई हो लेकिन जहां भी ऐसी शिकायते मिल रही है कार्रवाई की जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है