Brave SSB Dog Jigar: 19वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल, ठाकुरगंज में तैनात श्वान दस्ता के वीर जांबाज श्वान डॉग 373 जिगर का बुधवार को निधन हो गया है. जिगर के असामयिक निधन से पूरे वाहिनी में शोक की लहर दौड़ गई है.जिगर के निधन से एसएसबी परिवार स्तब्ध है दुःखी है.वहीं एसएसबी ने तिरंगे में लिपटा शहीद जिगर को पूरे सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी है. एसएसबी ने इस बेहद दुःखद और स्तब्ध करने वाली घटना की जानकारी गुरुवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दी है.
Brave SSB Dog Jigar: प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी गई जानकारी
प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार दरअसल 21 अगस्त को सुबह करीब 11 बजे जिगर को अचानक तेज बुखार और उल्टी की शिकायत हुई.उनकी स्वास्थ्य की गंभीर स्थिति को देखते हुए तत्काल पशु चिकित्सा अधिकारी, सीमांत मुख्यालय सिलीगुड़ी से संपर्क किया गया और वाहिनी परिसर में ही पशु चिकित्सक के द्वारा इलाज का प्रयास किया गया. इसके बावजूद जिगर की हालत में कोई सुधार नहीं देखने को नहीं मिली.जिगर की नाजुक स्थिति को देखते हुए पशु चिकित्सा अधिकारी के सलाह उपरांत जिगर को अंततः सिलीगुड़ी के पॉली क्लिनिक अस्पताल ले जाने का निर्णय लिया गया.किंतु दुर्भाग्यवश इलाज के दौरान ही जिगर ने दम तोड़ दिया.
Brave SSB Dog Jigar: एसएसबी परिवार में शोक की लहर
इस पीड़ादायक घटना ने पूरे एसएसबी परिवार को गहरे शोक में डाल दिया है.वाहिनी का हर एक पदाधिकारी और जवान जिगर के जाने से गमजदा है.वीर श्वान जिगर के निधन पर वाहिनी के कमांडेंट स्वर्णजीत शर्मा ने गहरा दुःख और अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा है कि जिगर, ना कि सिर्फ अपने बहादुरी भरे कारनामों और वफादारी के लिए जाना जाता था, बल्कि वह कई महत्वपूर्ण अभियानों का भी हिस्सा रहा है.उनकी सेवा और समर्पण और बहादुरी की चर्चाएं हमेशा वाहिनी के इतिहास में अमिट छाप की तरह मौजूद रहेंगे.
उनकी यादें और उनकी भूमिका को हरदम सम्मान के साथ याद रखा जाएगा.वाहिनी के कमांडेंट स्वर्णजीत शर्मा समेत समस्त पदाधिकारियों एवं जवानों की उपस्थिति में जिगर के लिए एक विशेष अंतिम संस्कार समारोह का आयोजन किया गया तथा जिगर को पूरे सम्मान के साथ विदाई दी गई,इनसे पहले उनके अद्वितीय सेवा के लिए उसे सलामी दी गई. उनकी बहादुरी और निष्ठा को श्रद्धांजलि देते हुए शहीद वीर श्वान जिगर को सम्मानपूर्वक दफना दिया गया है.