पटाखों के शोर से बचें, उससे निकालने वाला धुआं नुकसानदायक खाने-पीने पर भी रखें ध्यान, बेहिसाब खाने से बीमार होने का खतरा
किशनगंज.दिवाली रोशनी और खुशियों का त्यौहार है. लोग इसे अपने-अपने तरीके से मनाते हैं. बड़े और समझदार लोग एक-दूसरे को मिठाई देकर दिवाली की खुशियां मनाते तो बच्चे पटाखे फोड़कर अपनी खुशी का इजहार करते हैं. सिविल सर्जन डॉ राजेश कुमार ने बताया कि पटाखे का शोर जहां सुनने की क्षमता को प्रभावित करता , वहीं इससे निकलने वाले ज्वलनशील गैस स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है.इस त्योहार में लोग खाने पीने पर भी जोर देते हैं. बेहिसाब खाने से स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचने की आशंका रहती है. इसलिए हमें सतर्क रहकर दिवाली मनानी चाहिए. सिविल सर्जन कहते हैं कि पर्व की खुशियां तो जायज हैं, लेकिन इसमें सावधानी भी जरूरी है. खासकर वैसे लोग जो बीमार हैं. वैसे तो सभी लोगों को सावधान रहना चाहिए, लेकिन अस्थमा और हाइपरटेंशन के मरीजों को इस मौके पर काफी सतर्क रहना चाहिए. जरा सी चूक स्वास्थ्य पर भारी पड़ सकता है.
पटाखे फोड़ते वक्त बरतें सावधानी
सिविल सर्जन डॉ राजेश कुमार ने बताया कि आमतौर पर ज्यादा खतरनाक पटाखे नहीं फोड़ने चाहिए, लेकिन अगर आप ऐसा कर रहे हैं तो थोड़ी सी सावधानी भी बरत लीजिए. पटाखे फोड़ते वक्त लाइटर या फिर माचिस का इस्तेमाल नहीं करें. साथ ही पटाखे को किसी लकड़ी के सहारे फोड़ने की कोशिश करें. अगर ऊपर का हिस्सा खुला नहीं है तो रॉकेट जैसे पटाखे फोड़ने से बचें. बम फोड़ते वक्त आसपास पटाखा को जमा नहीं करें. इससे आग लगने की आशंका रहती है. जितना संभव हो फुलझड़ी या अन्य कम नुकसानदायक पटाखे ही फोड़ें.
जलने पर पानी का करें इस्तेमाल
सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ अनवर आलम ने बताया कि पटाखे फोड़ते वक्त अगर आपके शरीर का कोई हिस्सा जल गया है तो उसे पानी में रखें. अगर जलन के बाद दर्द हो रहा है तो इसका मतलब है कि ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है. शरीर के जले हिस्से को पानी में रखने से जो भी जख्म होगा वह बाहर आ जाएगा. इससे डॉक्टर को इलाज करने में आसानी होगी. पटाखे फोड़ते वक्त शरीर के खुले हिस्से में तेल या क्रीम लगाने की कोशिश करें.अस्थमा के मरीज पास में रखें इनहेलर
गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ उर्मिला कुमारी ने कहा कि अस्थमा के मरीज पटाखों के शोर वाली जगह पर जाने से बचें. अगर आप शोर वाली जगह पर जा रहे हैं तो पास में इनहेलर रखें. साथ ही मास्क के जरिए भी आप पटाखों से निकलने वाले प्रदूषण से अपना बचाव कर सकते हैं. किसी तरह की परेशानी होने पर तत्काल डॉक्टर से संपर्क करें.
हाइपरटेंशन के मरीज खाने-पीने पर रखें ध्यान
गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ उर्मिला कुमारी ने बताया कि दिवाली के मौके पर खुशियों के बीच खाने पर नियंत्रण नहीं रह पाता है. जो स्वस्थ हैं वह तो इन परिस्थितियों से निपटने में सक्षम होते हैं, लेकिन जो लोग बीमार हैं उन्हें परेशानी होती . खासकर जिस व्यक्ति को हाइपरटेंशन की बीमारी है. उसे ज्यादा परेशानी है. ऐसे लोग तैलीय पदार्थ खाने से बचें. साथ ही मीठा चीज भी कम ही खाएं. रात में सोते वक्त बिल्कुल ही कम खाना खाएं. अधिक खाने से हार्ट अटैक का खतरा रहता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है