बढ़ते तापमान व वर्षा न होने से चाय पत्तियों पर असर
ठाकुरगंज इलाके में बढते तापमान और पिछले डेढ़ माह से वर्षा नहीं होने के कारण इलाके के चाय बगान मालिक चाय पत्ती की गुणवत्ता से परेशान है.
ठाकुरगंज. ठाकुरगंज इलाके में बढते तापमान और पिछले डेढ़ माह से वर्षा नहीं होने के कारण इलाके के चाय बगान मालिक चाय पत्ती की गुणवत्ता से परेशान है. कम बरसात के कारण फसल प्रभावित हो रही है. वर्षा नहीं होने के कारण सीमांचल का पूरा चाय उत्पादक क्षेत्र अभूतपूर्व सूखे का सामना कर रहा है. इससे काफी चिंताजनक स्थिति उत्पन्न हो गई है. वर्षा नहीं होने के कारण उत्पन्न हालात से निपटने के कारण चाय की झाड़ियों को ज़िंदा रखने के लिए बगान मालिको को महंगी सिचाई प्रणाली पर निर्भर रहने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है, जिससे उत्पादन लागत पर भारी असर पड़ तो रहा है लेकिन वर्षा नहीं होने का से बगान मालिक कम फसल की आशंका से चिंतित होने लगे है. बताते चले वर्षा नहीं होने के कारण चाय की झाड़ियां लाल होने लगी गए और पत्तियों की वृद्धि रुकने लगी है. ठाकुरगंज के एक चाय बागान मालिक संजय ने बताया कि चाय गुणवत्ता और मात्रा दोनों के लिए 28-30 डिग्री सेल्सियस के बीच के तापमान में सबसे अच्छी तरह पनपती है. इस सीमा से ऊपर का कोई भी तापमान चाय की वृद्धि के लिए प्रतिकूल है. इस मामले में चाय बगान संचालक संजय राय कहते हे की चाय बारिश से भरपूर फसल है. बारिश होगी तो बगान टिकेगा, नहीं तो टिक नहीं पायेगा. उन्होंने कहा की वर्षा नहीं होने के कारण 35 प्रतिशत तक फसल की कमी हो गई है.वे कहते है अगर अगले दस दिनों तक यही स्थिति बनी रही और क्षेत्र में बारिश नहीं हुई तो कमी करीब 50 फीसदी तक हो जाएगी. वही वर्षा नहीं होने के कारण चाय की झाड़ियों में विभिन्न कीटों का संक्रमण अधिकतम सीमा तक बढ़ गया है, जिसे नियमित आधार पर रसायनों का उपयोग करने के बाद भी नियंत्रित नहीं किया जा पा रहा है.
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