राजकीय सम्मान से नवाजी जायेंगी प्रावि सुहागी की शिक्षिका निधि चौधरी
निधि चौधरी को शिक्षक दिवस के मौके पर राजकीय सम्मान से नवाजा जायेगा. जिसे लेकर शिक्षा विभाग ने मंगलवार को इसकी घोषणा कर दी है.
पोठिया.निधि चौधरी को शिक्षक दिवस के मौके पर राजकीय सम्मान से नवाजा जायेगा. जिसे लेकर शिक्षा विभाग ने मंगलवार को इसकी घोषणा कर दी है.आगामी पांच सितंबर को डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिवस के मौके पर मनाये जानेवाले शिक्षक दिवस के अवसर में राजकीय शिक्षक पुरुस्कार के लिए जिले के ठाकुरगंज प्रखंड अंतर्गत न्यू प्राथमिक विद्यालय सुहागी की प्रभारी प्रधानाध्यापिका निधि चौधरी को चयनित किये जाने पर शिक्षक समाज में हर्ष है. शिक्षिका निधि चौधरी का नाम राजकीय सम्मान के लिए चयन किये जाने से शिक्षिका निधि चौधरी को दर्जनों लोगों उन्हें बधाई दी है. बताते चले कि प्रत्येक वर्ष शिक्षक दिवस के मौके पर शिक्षण मामले में उत्कृष्ट कार्य किये जानेवाले शिक्षक- शिक्षिकाओं को राजकीय सम्मान से नवाजा जाता है. इसी कड़ी के तहत राजकीय शिक्षक पुरस्कार 2024 के लिए जिले से शिक्षिका निधि चौधरी को चयन किया गया है. जिसे लेकर विभाग के द्वारा राजकीय शिक्षक पुरस्कार के लिए एक पत्र जारी किया गया है. जिसमें राज्य के कुल 41 शिक्षक शिक्षिकाओं को सम्मानित किये जाने का उल्लेख है. शिक्षिका श्रीमती चौधरी की शिक्षक जीवन की उपलब्धियों की चर्चा करें तो इनके विद्यालय के कार्यों का अनुकरण आस पास के निजी विद्यालयों द्वारा भी किया जाता है. आए दिन इनके शैक्षणिक गतिविधियों की चर्चा सोशल मीडिया में देखी जा सकती है. पोषक क्षेत्र के लोग बताते हैं कि निधि बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए भी स्वयं जा कर नामांकन करवाती हैं. आर्थिक रूप से पिछड़े एवं वंचित बच्चों को आगे की पढ़ाई के लिए मदद भी करती हैं. नतीजा यह है कि पोषक क्षेत्र के एक भी बच्चे ड्राप आउट नहीं है. इनके नवाचार खेल -खेल में बच्चों को पढ़ाने की कला के सभी कायल हैं. पूरे बिहार के सरकारी विद्यालय के बच्चों को जोड़ चुकी है. बाल मंच से बाल मंच विद्यालय का एक कोना है जहां बच्चे अपने मन से कहानी, कविताएं एवं रचनात्मक कार्य करती हैं. कोविड काल मे कोरेंटाइन सेंटर और बाढ़ राहत शिविर का भी बेहतर संचालन किया है. निधि ने विद्यालय में पुस्तकालय भी बाकायदा खोल रखा है. इस प्रकार,स्कूल में पीने की पानी के लिए फिल्टर की व्यवस्था है. कक्षा एक के बच्चों के लिए शानदार बाला कक्ष है. जिसमें बच्चों के बैठने के लिए लगे छोटे- छोटे रंगीन कुर्सी टेबल बच्चों को खूब आकर्षित करते है.प्राथमिक विद्यालयों में ऐसी मूलभूत सुविधाएं इन्होंने अपने इस सुदूर गांव की विद्यालय में दे रखी है. यहां यह बता दें कि निधि चौधरी के आने से पहले सात वर्षों से विद्यालय भूमि और भवन के अभाव में विद्यालय का संचालन खेत पर खुले आसमान की नीचे हुआ करता था. जबकि आज स्थिति यह है कि न्यू प्राथमिकी विद्यालय सुहागी सभी सुविधाओं से लेस हैं.
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