बारिश में कई शिक्षक छाता व रेनकोट के सहारे तो कई पानी में भींगते पहुंचे विद्यालय
ठाकुरगंज प्रखंड के सरकारी शिक्षकों के लिए सोमवार का दिन विपदा वाला दिन साबित हुआ.
ठाकुरगंज (किशनगज). ठाकुरगंज प्रखंड के सरकारी शिक्षकों के लिए सोमवार का दिन विपदा वाला दिन साबित हुआ. मध्य रात्रि से हो रही मुसलाधार बारिश और सुबह छह बजे स्कुल पहुंच कर हाजरी बनाने की बाध्यता. इन दोनों के बीच सरकारी शिक्षक सुबह बरसात में भींगते दिखे. आखिर सुबह छह बजे जीपीएस मैप कैमरा के साथ फोटो भेजने के आदेश का पालन जो करना था. ऐसे में कई शिक्षक छतरी में स्कूल भागते दिखे तो कई बिना बरसाती के मोटर साईकिल पर भींगते हुए स्कूल जाते दिखे.भींगते हुए स्कूल पहुंच तो गए लेकिन एक्स्ट्रा कपड़े का सेट नहीं होने के कारण दिन भर भींगे हुए कपड़ों में ही स्कूल में रहे.
शिक्षा विभाग के फरमान से परेशान हो रहे शिक्षक
बताते चले शिक्षा विभाग ने आदेश जारी कर 16 मई से सभी सरकारी शिक्षकों को सुबह 6 बजे स्कुल पहुंचने का फरमान जारी किया हुआ है। जिसके वे बाद दोपहर 12 बजे तक शिक्षण कार्य करेंगे फिर 12 बजे के बाद से टीचर स्कूल के कमजोर बच्चों को मिशन दक्ष के तहत पढ़ाएंगे. यही नहीं बच्चों की कॉपियों की जांच आदि भी करेंगे. इसके बाद ही शिक्षक अपने घर को जा सकेंगे. यानी डेढ़ बजे के लगभग शिक्षकों की छुट्टी होगी.मूसलाधार बारिश में वाहन की खोज करते दिखे शिक्षक
सोमवार की मध्यरात्रि से हो रही बारिश के कारण सुबह सकूल जाने के लिए निकले शिक्षक वाहन की तलाश में भटकते रहे. मुसलाधार बारिश में उन्हें न ई-रिक्शा मिल रहा था न ऑटो. दूसरी तरफ सकूल पहुंचने की हड़बड़ी. वाहन नहीं मिलने के कारण कई शिक्षक तो मायूस होकर घर जाते दिखे.भारी बर्षा के कारण स्कूलों में उपस्थिति रही नगण्य
शिक्षा विभाग ने फरमान तो जारी कर दिया की शिक्षक सुबह 6 बजे स्कुल पहुंचेगे वे पहुँच भी गए लेकिन भारी बर्षा के कारण स्कूलों में उपस्थिति नगण्य ही रही. बताते चले विभाग ने 90 प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने को कहा है. अब बरसात में उपस्थिति कम होने को लेकर शिक्षक चिंतित दिखे .डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है