प्रतिनिधि, गलगलिया गलगलिया बस स्टैंड से गलगलिया चेक पोस्ट एनएच 327 ई को जोड़ने बाली मुख्य मार्ग की सड़क की स्थिति काफी दयनीय हो गई है. सड़क किनारे बने तालाब नुमा गहरे गड्ढे के कारण कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है सड़क के दोनों किनारे इन दिनों दर्जनों से अधिक गड्ढे बन गए हैं. बारिश होते ही ये गड्ढे तालाब का रूप ले लेते हैं.सड़क से गुजरने के समय वाहन चालक व यात्रियों के रोंगटे खड़े हो जाते है. वाहनों को आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
बताते चले की यह सड़क किशनगंज पथ प्रमंडल के अंतर्गत आती है. सड़क का निर्माण 16 वर्ष पूर्व कराया गया था फिलहाल इस सड़क के मेंटेनेंस की जिम्मेवारी एमके गुप्ता नामक कम्पनी की दी गई है. तैयबपुर से गलगलिया बॉर्डर तक यह सड़क जाती है. इस सड़क की मरम्मत के नाम पर कंपनी सिर्फ खानापूर्ति ही की जाती है. सही तरीके से मरमत नहीं होने के कारण आज सड़क की स्थिति बहुत ही दयनीय हो गई है. इस सड़क पर प्रतिदिन की भारी संख्या में वाहनों का आवागमन होता है.गलगलिया को एनएच 327 ई से जोड़ने बाली मुख्य सड़क यही है. गलगलिया से किशनगंज जाने के लिए बस भी इसी रास्ते से हो कर गुजरती है. वहीं सैकड़ों की संख्या ऑटो का परिचालन इसी सड़क से होता है. वहीं इस सड़क के निकट तीन बड़ी फैक्ट्रियां भी अवस्थित है. फैक्ट्री से बना सामान और कच्चे माल का भी परिवहन इसी रास्ते से होता है. उक्त सड़क पर बड़े- बड़े वाहनों का आवागमन दिन रात होते रहता है. जिससे कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है.कई जगहों पर ग्रामीण अपने घर के सामने सड़क पर बने गड्ढे को स्वयं मिट्टी से भरकर सड़क पर जलजमाव होने से बचाते हैं.घर के सामने सड़क पर गड्ढे होने से बरसात का पानी जम जाता है. उस पानी में छोटे बड़े वाहनों का आवागमन होता है तो गंदे पानी का छींटा घर पर पड़ता है. ग्रामीण रिजवान आलम ने बताया कि वर्षा के दिनों में उक्त गड्ढे में जब पानी भर जाता है, तब वह दिखाई नहीं देता, जिसके कारण वाहन चालक गड्ढे में फंस जाते हैं और दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं. लोगों का कहना है कि गड्ढा गहरा होने के कारण इसमें वाहनों के फंसने के साथ उनके पलटने का खतरा आए दिन बना रहता है.क्या कहते है पूर्व मुखिया
पूर्व मुखियाबुधन पासवान ने कहा कि अगर प्रशासन ने सड़क की सुधि नहीं ली और गड्ढे नहीं भरवाये तो यहां कोई भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है.इसके कारण यहां आए दिन जाम की स्थितिभी बनी रहती है. विभागीय अधिकारियों को इस मामले में गंभीरता बरतनी चाहिए और आवश्यक कार्य तुरंत किये जानी चाहिए.
क्या कहते है पीडब्ल्यूडी के अधिकारी
पीडब्ल्यूडी के सहायक अभियंता गोपाल कुमार ने बताया कि सड़क का निर्माण 16 वर्ष पूर्व हुआ है मेंटेनेंस कर रहे संवेदक को इस बात की जानकारी दे दी गई है. एक-दो दिनों के भीतर ही गड्ढों को दुरुस्त कर लिया जाएगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है