प्रखंड के कई मदरसों की सरकार नहीं ले रही सुधि

प्रखंड अंतर्गत कई सरकारी मदरसों की तस्वीर नहीं बदली पाई है.आज भी क्षेत्र के कई सरकारी मदरसों की हालत दयनीय व जर्जर है तथा इसका सुधि लेने वाला कोई नहीं है.

By Prabhat Khabar News Desk | February 3, 2025 8:14 PM

कोचाधामन. एक ओर जहां सरकार शिक्षा को बढ़ावा देने और शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने को लेकर अरबों खरबों की राशि खर्च कर रही है. वहीं दूसरी ओर प्रखंड अंतर्गत कई सरकारी मदरसों की तस्वीर नहीं बदली पाई है.आज भी क्षेत्र के कई सरकारी मदरसों की हालत दयनीय व जर्जर है तथा इसका सुधि लेने वाला कोई नहीं है. प्रखंड के मदरसा चमन- ए- मुश्तफा तेघरिया, मदरसा हेकायदुल हक्का कन्हैयाबाड़ी, मदरसा करीमिया कमलपुर, मदरसा लूकमानिया घुरना चकचकी, मदरसा बहीचाकूट्टी धनपुरा, मदरसा कोचाधामन, मदरसा नौरंगा, मदरसा टुपामारी, मदरसा मंसूरा, मदरसा रहमानिया नया हाट सोन्था मदरसा नुरुल उलूम बिशनपुर डोरिया समेत कई मदरसों में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है.इन मदरसों में वर्ग कक्ष अथवा भवन का घोर अभाव है.ठीक ढंग का शौचालय नहीं है.इन मदरसों के भवन जर्जर अवस्था में है. वहीं डेरामारी पंचायत के मुखिया शाहबाज आलम का मानना है कहा कि सरकार शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर सुधार कर रही है लेकिन सरकारी मदरसों में शिक्षा व्यवस्था आज भी बैशाखी पर है.क्षेत्र में कई ऐसे मदरसे हैं जो जर्जर भवन में संचालित है.उन्होंने कहा कि सरकार तथा विभागीय अधिकारियों को इस ओर ध्यान देने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि संसद, विधायक और शिक्षा विभाग को चाहिए कि ऐसे मदरसों को चिंहित करें. वहीं इस संबंध में विधायक हाजी इजहार असफी ने कहा कि जहां भी मदरसा भवन जर्जर है उसको चिंहित किया जा रहा है. कई जागो में विधायक मद से भवन का निर्माण कराया गया है.

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