परिजनों के चीत्कार से गूंज उठा अस्पताल, लोगों की आंखें हुईं नम
जिले के पौआखाली थाना क्षेत्र के पेटभरी के समीप एनएच 327 ई पर सड़क दुर्घटना में दो पुरुष, एक महिला सहित दो बच्चों की मौत के बाद जैसे ही शव सदर हॉस्पिटल पहुंचा परिजनों के चीत्कार से माहौल गमगीन हो गया.
किशनगंज. जिले के पौआखाली थाना क्षेत्र के पेटभरी के समीप एनएच 327 ई पर सड़क दुर्घटना में दो पुरुष, एक महिला सहित दो बच्चों की मौत के बाद जैसे ही शव सदर हॉस्पिटल पहुंचा परिजनों के चीत्कार से माहौल गमगीन हो गया. एक ही परिवार में पांच सदस्यों की मौत के बाद परिजनों को विश्वास नहीं हो पा रहा था कि इतनी बड़ी घटना घटित हो चुकी है. सदर अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम कराया गया. इस दौरान वहां परिजनों के साथ साथ गांव के लोग भी बड़ी संख्या में मौजूद थे. जो भी इस घटना के बारे में सुनता वह विचलित हो जाता. शव देखने के लिए वहां भारी भीड़ जमा हो गयी. वहीं दूसरी आरे एमजीएम मेडिकल कालेज में परिजन शव से लिपटकर दहाड़ मार कर रोने लगे. इससे वहां उपस्थित हर किसी की आंखें नम हो गयीं. मां-पिता, पत्नी, भाई-बहन सहित अन्य लोगों का रो रोकर बुरा हाल था. वहां उपस्थित हर किसी की आंखें नम हो गयीं.
घायलों का हाल चाल जानने एसपी पहुंचे अस्पताल
एमजीएम मेडिकल कॉलेज व सदर अस्पताल में हादसे के बाद घायलों का हाल चाल जानने एक तरफ जहां एसपी सागर कुमार व एसडीएम लतीफुर रहमान अंसारी स्वयं एमजीएम मेडिकल कॉलेज पहुंचे थे. साथ ही अपने कनीय पुलिस अफसर एसडीपीओ गौतम कुमार, सदर थानाध्यक्ष संदीप कुमार सहित अन्य पुलिस पदाधिकारियों को एमजीएम मेडिकल कॉलेज व सदर अस्पताल में आवश्यक उपाय करने का निर्देश दिया. वहीं दूसरी तरफ एमजीएम मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान सांसद डॉ मो जावेद आजाद, एमजीएम के रजिस्ट्रार डॉक्टर इच्छित भारत, जोकीहाट के विधायक शाहनवाज आलम, किशनगंज विधायक इजहारुल हुसैन,नगर परिषद अध्यक्ष इंद्रदेव पासवान, पौआखाली के पार्षद प्रतिनिधि अहमद हुसैन, भाजपा जिलाध्यक्ष सुशांत गोप सहित कई लोग मिलने पहुंचे तथा मृतक व घायलों के परिजनों से मिले और उन्हें ढांढस बंधाया.
घर में एकमात्र कमाउ सदस्य था चालक इरशाद
स्कॉर्पियो चालक इरशाद की मौत से परिवार पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा है. मृतक स्कॉर्पियो चालक इरशाद के मामा महताब आलम ने कहा कि वह घर में अकेला कमाने वाला था और अपनी पत्नी व बच्चे का भरण पोषण करता था. उसके दो- तीन छोटे छोटे बच्चे भी है. अब इनका लालन- पालन कैसे होगा यह समझ मे नहीं आ रहा है. परिवार वालों के आंखों के आगे अंधेरा छा गया है.
एयरपोर्ट से परिजन को रिसिव करने व बच्चों को प्लेन दिखाने बागडोगरा जा रहे थे मुजाहिद
परिवार के साथ मुजाहिद एयरपोर्ट देखने निकले थे घर से, लेकिन शायद नियति को और कुछ और मंजूर था. बागडोगरा में अपने रिश्तेदार को लाने और एयरपोर्ट घूमने के लिए एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत और सात घायल ने सबको सदमें में ला दिया है. दरअसल एनएच 27ई पर पौआखाली के पेटभरी में सड़क दुर्घटना में बच्चे जहाज देखने की जिद कर रहे थे. परिजनों को भी लगा कि स्कॉर्पियो खाली जा रही है तो बच्चों को भी ले चले ताकि बच्चे जहाज देख सके और इसी बहाने बच्चे भी एयरपोर्ट देख लेंगे. लेकिन किसको पता था कि घटना में पूरा परिवार हादसे का शिकार हो जायेगा. वहीं एमजीएम मेडिकल कॉलेज में व सदर अस्पताल में परिजनों की भीड़ थी और हर कोई गमगीन नजर आया. कोई भी कुछ बोलने की स्थिति में नहीं था. सदर थानाध्यक्ष संदीप कुमार भी अपने सह कर्मियों पुलिस कर्मियों के साथ शाम तक सदर अस्पताल में डटे थे.
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