शहर में भारी वाहनों के प्रवेश से यातायात व्यवस्था चौपट, बाइपास की मांग

शहर में भारी वाहनों के प्रवेश से यातायात व्यवस्था चौपट, बाइपास की मांग

By Prabhat Khabar News Desk | December 27, 2024 11:25 PM

ठाकुरगंज. शहर में भारी वाहनों के प्रवेश से यातायात व्यस्था चरमरा गई है. इससे शहर के बाहर एक बाइपास की मांग लोगों ने तेज कर दी है. कई बार भारी वाहन शहर के बीच से गुजरते हैं. जिसके कारण शहर रुक सा जाता है और कई बार इससे दुर्घटना भी हो जाती है. इसको देखते हुए मुख्य पार्षद सिकन्दर पटेल ने ठाकुरगंज शहर के पूर्वी हिस्से में बाइपास निर्माण की मांग करते हुए जिला पदाधिकारी को पत्र लिखा है.

बताते चलें कि ठाकुरगंज शहर को जाम से निजात के लिए बाइपास की जरूरत है. बालू खदान शुरू होने के बाद से शहर होकर भारी वाहनों के आवागमन के बाद हालात ज्यादा गंभीर है. बालू खदान से निककर वाहन शहर के बीच से होकर गुजरते वक्त जाम का बड़ा कारण बन रहे हैं. शहर के ढिबरी मोहल्ले से शिवमंदिर, सोनार पट्टी होते हुए मुख्य सड़क की बात हो या ढिबरी से दुर्गा मंदिर होते हुए मस्तान चोक जाने वाले सड़क की बात हो इन बड़े वाहनों के कारण ट्रैफिक इतना व्यस्त होता है कि इन भारी वाहनों से लोग भयभीत रहते हैं.

सड़क पर डर का माहौल

मुख्य पार्षद सिकन्दर पटेल ने कहा कि बाइपास सड़क बनने से भारी वाहनों का प्रवेश शहर में बंद हो हो जाएगा. लोगों का कहना है कि शहर में चलने में डर लगता है. इतने भारी वाहन कब किसकी जान लेले. इस बात का डर बना रहता है. अगर शहर में भारी वाहन नहीं आएंगे. तो दुर्घटना भी टल जाएगी और ट्रैफिक भी कंट्रोल रहेगा.

बाइपास सड़क का प्रस्ताव बनाकर विभाग भेजा गया

इस दौरान मुख्य पार्षद ने बताया की पूर्व जिलापदाधिकारी ने स्वयं इस समस्या को लेकर स्थल निरिक्षण किया था और उनके आदेश पर आरसीडी विभाग के कार्यपालक अभियंता शैलेश कुमार ने नगर से सटकर बनने वाली बाइपास सड़क स्थल का निरीक्षण किया. इस दौरान स्थलीय निरिक्षण के बाद यही निर्णय हुआ था की ठाकुरगंज-मुरारीगच्छ प्रधानमंत्री सड़क के माणिकपुर के कब्रिस्तान से धर्म कांटा जाने वाली और कब्रिस्तान से कटहलडांगी से ठाकुरगंज-किशनगंज मार्ग को जोड़ने वाली दोनों ओर लगभग पांच किमी सड़क का बाइपास सड़क का प्रस्ताव बनाकर विभाग भेजा जाएगा. लेकिन यह प्रक्रिया पूरी तरह रुक सी गई.

सड़क पर मोटरेबल कर संचालित करने की मांग

मुख्य पार्षद ने जिला पदाधिकारी से इस मामले में पहल करने और वैकल्पिक व्यवस्था के तहत बालू घाट के संचालक के सहयोग से इस सड़क पर मोटरेबल कर संचालित करने की मांग की है ताकि नगर के लोगों को दिक्कत को कम किया जा सके.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version