ठाकुरगंज.बिहार-बंगाल के सीमा पर बने गलगलिया चेक-पोस्ट पर शराब की तस्करी रोकने के लिए अब अत्याधुनिक हाई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा है. ठाकुरगंज प्रखंड के गलगलिया होकर बिहार में प्रवेश करने वाले वाहनों की चेक-पोस्ट पर की हैण्ड स्कैनर मशीन से जांच की जा रही है. जिससे वाहनों के अंदर छिपाकर लायी जा रही शराब समेत अन्य अवैध सामान के बारे में आसानी से जानकारी प्राप्त की जा सकती है. किशनगंज सीमा पर इस स्कैनर से हो रही जांच के बाद चेकपोस्ट पर तैनात जवानों को सहूलियत देखी जा रही है. सीमापर तैनात जन्वाने ने बताया की अब अआसानी से सभी वाहनों की जांच हो रही है. उत्पाद विभाग के अधिकारियों का दावा है कि इस मशीन के आने से गाड़ियों में सामान के अंदर चोरी-छिपे लाई जा रही शराब को आसानी से पकड़ा जा सकेगा. गलगलिया सीमा पर गुरुवार से इस मशीन ने काम करना शुरू कर दिया है. कैसे काम करती है स्केनिंग मशीन यह मशीन बैट्री से चलती है. किसी भी वाहन की बंद बॉडी को स्कैन करती है. उसके बाद वाहन के अंदर सामनों को आकार के रूप में स्क्रीन पर तस्वीर दिखाती है. बोतल बंद शराब, फ्रूटी शराब को आसानी ये स्कैनिंग मशीन कैप्चर कर इंडिकेट कर देती है. इसके बाद चेकपोस्ट पर मौजूद उत्पाद टीम उन वाहनों को जब्त कर लेती है. इस प्रक्रिया में 30 से 40 सेकेंड ही लगता है. हर रोज गुजरता है एक हजार मालवाहक ट्रक बताते चले पश्चिम बंगाल की तरफ से हर रोज एक हजार से अधिक मालवाहक ट्रक गलगलिया चेकपोस्ट से बिहार में प्रवेश करता है. इन वाहनों की उत्पाद विभाग और स्थानीय पुलिस द्वारा सघन तलाशी ली जाती है. संदेह होने पर ट्रकों के तिरपाल आदि खोल कर सामान निकाले जाते हैं और फिर उनकी जांच पड़ताल की जाती है. इस प्रक्रिया में कई बार एक ट्रक की जांच पड़ताल में घंटों का समय लग जाता है. इस समस्या को लेकर उत्पाद विभाग द्वारा सरकार को अवगत कराया गया था. जिसके बाद गलगलिया चेक पोस्ट पर वाहनों की तलाशी में सहूलियत को लेकर हैंड स्कैनर मशीन उपलब्ध करायी गयी. जिसके बाद उत्पाद विभाग की टीम द्वारा मालवाहक ट्रकों की जांच पड़तालहैंड स्कैनर से शुरू कर दी गई.
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