कटिहार : महानंदा नदी के जलस्तर में उतार चढ़ाव जारी है. इस नदी के जलस्तर में कुछ स्थानों पर कमी दर्ज की गयी. जबकि कुछ स्थानों पर यह स्थिर है. नदी सोमवार को सिर्फ झौआ में बढ़ रही थी. महानंदा नदी के जलस्तर में उतार-चढ़ाव के बावजूद यह नदी कई स्थानों पर चेतावनी स्तर से ऊपर बह रही है. जबकि गंगा, बरंडी, कारी कोसी व कोसी नदी के जलस्तर में उतार चढ़ाव रहा है. हालांकि अभी भी गंगा, बरंडी व कोसी नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.
निचले इलाके में बाढ़ का पानी फैलने से लोगों की परेशानी अभी भी बनी हुई है. बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के अनुसार महानंदा नदी का सोमवार की सुबह झौआ में जलस्तर 29.55 मीटर था, जो छह घंटे के बाद बढ़ कर 29.58 मीटर हो गया. इसी नदी का बहरखाल में जलस्तर 29.38 मीटर था, जो छह घंटे बाद 29.38 मीटर ही रहा. कुरसेला में सोमवार की सुबह जलस्तर 29.60 मीटर था, छह घंटे बाद दोपहर में यहां का जलस्तर 29.60 मीटर रहा.
इसी नदी का दुर्गापुर में जलस्तर 27.06 मीटर था, छह घंटे बाद जलस्तर 27.06 मीटर ही रहा. गोविंदपुर में इस नदी का जलस्तर 26.26 मीटर था, दोपहर में 26.26 मीटर ही रहा. जलस्तर आजमनगर में 28.55 मीटर था, जो छह घंटे बाद घटकर 28.52 मीटर हो गया. धबोल में इस नदी का जल स्तर सोमवार की सुबह 28.04 मीटर था. छह घंटे बाद दोपहर में यहां का जलस्तर घटकर 28.01 मीटर हो गया.
गंगा व कोसी शांत पर अभी भी खतरे के निशान से ऊपर: गंगा व कोसी नदी का जलस्तर सोमवार को शांत रहा है. इन नदियों के जलस्तर स्थिर रहने के बावजूद ये खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. बरंडी व कारी कोसी नदी के जलस्तर में इजाफा हो रहा है. बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के अनुसार गंगा नदी का रामायणपुर में सोमवार की सुबह जलस्तर 27.47 मीटर दर्ज किया गया, छह घंटे बाद यहां का जलस्तर 27.47 मीटर ही रहा.
इसी नदी का काढ़ागोला घाट पर जलस्तर 30.09 मीटर दर्ज किया गया. छह घंटे बाद दोपहर में जलस्तर 30.09 मीटर हो गया. बरंडी नदी का जलस्तर एनएच-31 के डूमर में सोमवार की सुबह 30.97 मीटर दर्ज किया गया. जबकि छह घंटे बाद दोपहर में यहां का जलस्तर बढ़कर 30.99 मीटर हो गया. कोसी नदी का जलस्तर कुरसेला रेलवे ब्रिज पर सोमवार की सुबह 30.52 मीटर दर्ज की गयी. दोपहर में यहां का जलस्तर 30.52 मीटर ही रहा. कारी कोसी नदी के चेन संख्या 389 में जलस्तर 28.14 मीटर था. छह घंटे बाद दोपहर में यहां का जलस्तर बढ़कर 28.15 मीटर हो गया है.
posted by ashish jha