जिले के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के एनक्वास प्रमाणीकरण के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार

जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और विश्वसनीयता को बढ़ाने के लिए अब हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का एनक्वास का भी प्रमाणीकरण किया जाएगा.

By Prabhat Khabar News Desk | August 24, 2024 6:41 PM

किशनगंज. जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और विश्वसनीयता को बढ़ाने के लिए अब हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का एनक्वास का भी प्रमाणीकरण किया जाएगा. इस प्रमाणीकरण का मुख्य उद्देश्य देशभर के स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों की सेवाओं को उच्च गुणवत्ता के मानकों पर परखना और उन्हें मान्यता प्रदान करना है. एनक्वास प्रमाणीकरण से यह सुनिश्चित होगा कि इन केंद्रों पर दी जाने वाली स्वास्थ्य सेवाएँ न केवल प्रभावी हैं, बल्कि विश्वसनीय और रोगियों की जरूरतों के अनुरूप भी हैं.इसके लिए सिविल सर्जन डॉ राजेश कुमार की अध्यक्षता में शनिवार को जिला स्वास्थ्य समिति के सभागार में एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया .विदित हो की जिले के सभी प्रखंडो से 03 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का चयन एनक्वास प्रमाणीकरण के लिए किया गया है .

एनक्वास प्रमाणीकरण का महत्व

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डीपिसी विस्वजित कुमार ने बताया की एनक्वास प्रमाणीकरण, स्वास्थ्य सेवाओं के मानकों को परखने और उन्हें उच्चतम गुणवत्ता के साथ बनाए रखने का एक महत्वपूर्ण साधन है. यह प्रमाणीकरण यह सुनिश्चित करता है कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों में प्रदान की जाने वाली सेवाएँ राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य मानकों के अनुरूप हैं. इससे न केवल मरीजों को बेहतर सेवाएँ मिलेंगी, बल्कि स्वास्थ्य कर्मियों की कार्यकुशलता और सेवाओं की विश्वसनीयता में भी सुधार होगा.

स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार

कार्यशाला में डीडीए सह प्रभारी डीक्यूएसी सुमन सिन्हा ने बताया कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों का एनक्वास प्रमाणीकरण करने से इन केंद्रों पर उपलब्ध सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा. इन केंद्रों पर मरीजों को परामर्श, जांच, इलाज और अन्य आवश्यक सेवाएँ प्रदान की जाती हैं. एनक्वास प्रमाणीकरण के बाद, इन सेवाओं की गुणवत्ता की निगरानी की जाएगी और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि वे स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा निर्धारित मानकों के अनुरूप हों.प्रमाणीकरण की प्रक्रिया के तहत, प्रत्येक हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को कुछ निर्धारित मानकों पर खरा उतरना होगा. इसमें साफ-सफाई, चिकित्सा उपकरणों की स्थिति, दवाओं की उपलब्धता, कर्मियों का प्रशिक्षण और मरीजों की संतुष्टि जैसे मानक शामिल हैं. प्रमाणीकरण के बाद, इन केंद्रों को एक सर्टिफिकेट दिया जाएगा, जो यह प्रमाणित करेगा कि यह केंद्र उच्चतम गुणवत्ता की सेवाएँ प्रदान कर रहा है.

मरीजों का भरोसा बढ़ेगा

हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के नोडल पदाधिकारी डॉ उर्मिला कुमारी ने अबताया की एनक्वास प्रमाणीकरण से हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर मरीजों का भरोसा बढ़ेगा. जब मरीज देखेंगे कि जिस केंद्र से वे सेवाएँ प्राप्त कर रहे हैं, वह एनक्वास द्वारा मान्यता प्राप्त है, तो उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा और वे इन सेवाओं का अधिक उपयोग करेंगे. यह प्रमाणीकरण उन लोगों के लिए भी लाभकारी होगा, जो ग्रामीण या दूरदराज के इलाकों में रहते हैं, जहां स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को लेकर अक्सर संदेह रहता है. हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों का एनक्वास प्रमाणीकरण स्वास्थ्य सेवाओं की दिशा में एक सकारात्मक और आवश्यक कदम है. इससे न केवल सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा, बल्कि मरीजों का भरोसा भी बढ़ेगा. स्वास्थ्य मंत्रालय का यह कदम देशभर के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों को विश्वस्तरीय मानकों पर लाने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है.

राष्ट्रीय स्तर पर निगरानी

सिविल सर्जन डॉ राजेश कुमार ने अबताया की एनक्वास प्रमाणीकरण का एक अन्य महत्वपूर्ण पहलू यह है कि इससे राष्ट्रीय स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं की निगरानी को और प्रभावी बनाया जा सकेगा. प्रमाणीकरण की प्रक्रिया में नियमित निरीक्षण और मूल्यांकन शामिल होते हैं, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर अपनी सेवाओं में लगातार सुधार कर रहे हैं और मरीजों की आवश्यकताओं को पूरा कर रहे हैं. इस प्रमाणीकरण के बाद, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर न केवल बेहतर स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान कर पाएंगे, बल्कि यह भी सुनिश्चित कर पाएंगे कि प्रत्येक नागरिक को उच्चतम गुणवत्ता की स्वास्थ्य सेवाएँ मिलें. इससे स्वास्थ्य सेवाओं में एक नई दिशा और दृष्टिकोण का विकास होगा, जो देश के स्वास्थ्य ढाँचे को और मजबूत बनाएगा.

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