उत्साह के साथ मनाया गया कोचाधामन में ग्यारहवीं शरीफ
प्रखंड के तेघरिया,गौरामनी,कन्हैयाबाड़ी, मजगामा, काशी बाड़ी,सेहनगांव, चरैया,रसूलगंज, धनपुरा समेत विभिन्न गांव में मुस्लिम धर्मावलंबियों के लोगों ने मंगलवार को उत्साह के साथ ग्यारहवीं शरीफ मनाया.
कोचाधामन.प्रखंड के तेघरिया,गौरामनी,कन्हैयाबाड़ी, मजगामा, काशी बाड़ी,सेहनगांव, चरैया,रसूलगंज, धनपुरा समेत विभिन्न गांव में मुस्लिम धर्मावलंबियों के लोगों ने मंगलवार को उत्साह के साथ ग्यारहवीं शरीफ मनाया.इस मौके पर लोगों ने मिलाद व फातेहाखानी कर अमन-चैन भाईचारगी,सुख शांति और समृद्धि के लिए सामूहिक दुआ खैर किया. इस अवसर पर में धनपुरा जामा मस्जिद के इमाम मौलाना सरफराज अहमद तहसीनी ने कहा कि ग्यारहवीं शरीफ हुजूर गौशे आजम सैय्यदना मोहीउद्दीन अब्दुल कादिर जिलानी रहमतुल्लाह अलै की याद में मनाया जाता है. उनकी पैदाइश 1075 ई को मूल्क ए इराक के जिलान गांव में हुआ था।उसे दुनियां वलियों का सरदार कहा कर पुकारते हैं। हुजूर गौशे आजम बचपन से ही नेक तबियत,हुस्न एखलाक के पैकर थे.वह हमेशा कहते थे कि बंदगी खुदा के लिए और अताअत पैंगम्बर हजरत मुहम्मद के लिए और खिदमत अल्लाह के मखलूक के लिए करनी चाहिए.हुजुर गौशे आजम ने दुनिया को एक अल्लाह की इबादत और मानवता का पाठ पढ़ा कर 91 वर्ष की उम्र में 11रवि उस्सानी को इस दुनियां से पर्दा कर गए.उन्होंने कहा कि हुजूर गौशे आजम का दरगाह बगदाद (इराक )में लोगों के लिए जयारतगाह बना हुआ है।हर साल लाखों लोग उनके दरगाह में पहुंचकर फैजयाब होते हैं.
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