केके पाठक को फिर मिला नया बॉस, बिहार में दो हफ्ते में बदले गए तीन शिक्षा मंत्री
विभागों के बटवारे में शिक्षा विभाग जदयू के विजय कुमार चौधरी को दिया गया है. इससे पहले महागठबंधन सरकार में शिक्षा विभाग राजद के पास था. आखिरी दिनों में प्रो चंद्रशेखर को हटा शिक्षा विभाग की जिम्मेवारी आलोक कुमार मेहता को दी गयी. आलोक मेहता ने प्रभार लिया और दूसरे दिन ही सरकार बदल गयी.
बिहार की एनडीए सरकार के गठन के छह दिनों बाद शनिवार को मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवार कर दिया गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ शपथ लेने वाले आठ मंत्रियों के बीच विभागों का कामकाज बांट दिया गया. इसमें लोगों को सबसे ज्यादा दिलचस्पी गृह विभाग और शिक्षा विभाग को लेकर थी. लोग यह जानने को काफी उत्सुक थे कि ये विभाग किसके पास जाएंगे. अब गृह मंत्रालय को सीएम नीतीश कुमार ने अपने पास ही रखा है. वहीं शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी नीतीश कुमार के खास माने जाने वाले विजय कुमार चौधरी को दी गई है. इसी के साथ ही केके पाठक को बीते दो हफ्ते में मिलने वाले तीसरे बॉस हो गए हैं. इससे पहले आलोक मेहता और उससे पहले प्रो. चंद्रशेखर शिक्षा विभाग के मंत्री थे.
20 जनवरी को बदले गए थे शिक्षा मंत्री
शिक्षा विभाग को लेकर लंबे समय से अटकलें चल रही थीं कि किस मंत्री को शिक्षा विभाग मिलेगा. क्योंकि 20 जनवरी को ही प्रो.चंद्रशेखर को शिक्षा विभाग से हटाकर गन्ना विभाग की जिम्मेदारी दी गई थी. उस वक्त केके पाठक और चन्द्रशेखर के बीच अनबन की खबरें भी आईं थी. ऐसे में जब चंद्रशेखर के हाथ से शिक्षा विभाग गया तब कहा गया था कि केके पाठक चंद्रशेखर पर भाड़ी पड़े.
दो दिन के लिए शिक्षा मंत्री रहे आलोक मेहता
वहीं आलोक मेहता को राजस्व विभाग से निकाल के शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी दी गई थी. शिक्षा मंत्री बनने के बाद आलोक मेहता ने केके पाठक की खूब तारीफ भी की थी और कहा था कि राज्य की शैक्षणिक व्यवस्था को बेहतर करने के लिए वो काम करेंगे. लेकिन वो कुछ कर पाते नीतीश कुमार ने बीजेपी के साथ हाथ मिला लिया. आलोक मेहता के प्रभार लेने के दूसरे दिन ही सरकार बदल गयी. वे मात्र दो दिनों के लिए शिक्षा मंत्री रहे. आलोक मेहता राजद कोटे से महागठबंधन सरकार में मंत्री थे. इसलिए जब नीतीश कुमार ने राजद से गठबंधन तोड़ बीजेपी के साथ मिलकर नई सरकार बनाई तो आलोक मेहता की कुर्सी चली गई.
विजय कुमार चौधरी बने शिक्षा मंत्री
नीतीश कुमार ने 28 जनवरी को इस्तीफा दिया और फिर बीजेपी के साथ मिलकर नई सरकार का गठन कर लिया. इस दिन उनके साथ आठ अन्य मंत्रियों ने भी शपथ ली थी. जिसमें 3 बीजेपी, 3 जदयू, एक ‘हम’ और एक निर्दलीय नेता शामिल थे. इसके बाद से लोगों को इंतजार था कि विभागों का बंटवारा कब होगा और कौन शिक्षा मंत्री बनेगा. इस बार जदयू ने शिक्षा विभाग अपने पास रखा है. इससे पहले यह राजद के पास था. जदयू ने विजय चौधरी को नया शिक्षा मंत्री बनाया है. विजय कुमार चौधरी इसके पूर्व भी शिक्षा विभाग के कामकाज को संभाल चुके हैं. वो नीतीश कुमार के काफी नजदीकी माने जाते हैं. पिछली सरकार में उनके पास वित्त विभाग था.
जदयू के पास 19 तो भाजपा के पास 23 विभाग
बिहार मंत्रमंडल के बंटवारे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने पास पांच विभाग रखे हैं. मुख्यमंत्री समेत जदयू के सभी मंत्रियों को कुल 19 विभाग मिला है. वहीं भाजपा कोटे के तीन मंत्रियों के बीच 23 विभाग बांटे गए. भाजपा कोटे के मंत्रियों में उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी व विजय कुमार सिन्हा को नौ-नौ विभागों का प्रभार दिया गया है. विजय कुमार चौधरी को छह विभागों का जबकि बिजेंद्र प्रसाद यादव को पांच विभाग, डा प्रेम कुमार को पांच विभाग, श्रवण कुमार को तीन विभाग, संतोष कुमार सुमन को दो विभाग और निर्दलीय विधायक सुमित कुमार को विज्ञान, प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग का प्रभार सौंपा गया है.
किसे मिला कौन सा विभाग
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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास सामान्य प्रशासन, गृह, मंत्रिमंडल सचिवालय, निगरानी, निर्वाचन के अलावा ऐसे सभी विभाग जो किसी को आवंटित नहीं किया गया है, वह दिये गये हैं.
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उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को वित्त, वाणिज्य-कर, नगर विकास एवं आवास, स्वास्थ्य, खेल, पंचायती राज, उद्योग, पशु एवं मत्स्य संसाधन और विधि विभाग दिया गया है.
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उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा को कृषि, पथ निर्माण, राजस्व भूमि सुधार, गन्ना उद्योग, खान एवं भूतत्व, श्रम संसाधन, कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, लघु जल संसाधन और लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग दिया गया है.
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मंत्री विजय कुमार चौधरी को जल संसाधन, संसदीय कार्य, भवन निर्माण, परिवहन, शिक्षा और सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की जिम्मेवारी सौंपी गयी है.
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मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव को ऊर्जा, योजना एवं विकास, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन, ग्रामीण कार्य और अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की जिम्मेवारी सौंपी गयी है.
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डॉ प्रेम कुमार को सहकारिता, पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण, आपदा प्रबंधन, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन और पर्यटन विभाग का प्रभार दिया गया है.
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मंत्री श्रवण कुमार को ग्रामीण विकास, समाज कल्याण और खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग की जिम्मेवारी दी गयी.
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मंत्री संतोष कुमार सुमन को सूचना प्रावैधिकी और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग का मंत्री बनाया गया है.
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सुमित कुमार सिंह को विज्ञान, प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग का मंत्री बनाया गया है.