मजदूर के बेटों को कलेक्टर बनाने में जुटे हैं KK Pathak, बोले- अगर ये नहीं कर सके तो मेरी-आपकी क्या जरुरत..
बिहार में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक जब निरीक्षण के लिए भागलपुर पहुंचे तो उन्होंने ट्रेनिंग ले रहे शिक्षकों से भी बातचीत की. के के पाठक ने यहां बेहद भावुक बातें कहीं. वहीं स्कूलों के निरीक्षण के दौरान हेडमास्टर पर सख्त कार्रवाई कर गए.
KK Pathak News: बिहार में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक गुरुवार देर शाम को भागलपुर पहुंचे थे. उन्होंने शुक्रवार को भागलपुर जिले के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों का निरीक्षण किया. शिक्षण व्यवस्था में सुधार को लेकर उन्होंने कई निर्देश दिये. उन्होंने जिले के तीन टीचर ट्रेनिंग संस्थान, तीन मिडिल स्कूल व एक हाइस्कूल का निरीक्षण किया. अपर मुख्य सचिव घंटाघर स्थित अध्यापक शिक्षा महाविद्यालय व जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान खिरनीघाट पहुंचे. उन्होंने दोनों संस्थानों में प्रशिक्षण ले रहे बीपीएससी से नियुक्त शिक्षकों को संबोधित किया. इसके बाद वह भागलपुर से बांका की ओर निकले. रास्ते में हाइस्कूल बैजानी, मध्य विद्यालय खैरवा, मध्य विद्यालय बैजानी, अभ्यास मध्य विद्यालय फुलवरिया, प्राथमिक शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय (पीटीइसी) फुलवरिया का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान मध्य विद्यालय बैजानी के प्रधानाध्यापक पर विभागीय कार्रवाई का उन्होंने निर्देश दिया. वहीं शिक्षकों को उन्होंने कुछ ऐसी बातें कहीं जिसे सुनकर आप भी उनकी तारीफ करेंगे.
मजदूर के बेटों को कलेक्टर बनाने की कोशिश..
मध्य विद्यालय बैजानी के प्रधानाध्यापक पर स्कूल ग्रांट की राशि का दुरुपयोग व साफ सफाई में गड़बड़ी का आरोप है. निरीक्षण में डीइओ संजय कुमार समेत शिक्षा विभाग के सभी डीपीओ मौजूद थे. अपर मुख्य सचिव ने जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान खिरनीघाट में नव नियुक्त शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चे आठवीं-नवीं में पहुंच गये हैं, एक वर्ड नहीं पढ़ सकते हैं. कमजोर बच्चे दसवीं में ड्रॉप आउट हो जायेंगे. उन्हें ड्रॉप आउट होने से बचाना है. हमने उनको धोखा दिया है, उसका कोई कसूर नहीं था. उनके माता व पिता मजदूर थे, नहीं पढ़ पाये थे. हमने कहा कि आप अपने बच्चे को भेजें, हमने उसको नहीं पढ़ाया. हमने उन्हें निराश किया है. अब ऐसा नहीं होना चाहिए. मजदूर का बच्चा मजदूर ही बनेगा, कलेक्टर नहीं बनेगा, तब हमारी और आपकी क्या जरूरत है. ध्यान रखियेगा, आपसे जनता और सरकार को उम्मीदें हैं. अगर किसी बच्चे को 10 में से दो अंक मिले हैं, उसे बुला कर गलती में सुधार करवायें. टीचर व अभिभावक आपको जीवन भर याद रखेंगे. इसको लेकर मिशन दक्ष की शुरुआत की गयी है. मौके पर डायट की प्राचार्या श्रुति चौबे समेत अन्य कर्मी मौजूद थे.
हेडमास्टर की सैलरी कटौती का निर्देश
इधर, के के पाठक राजकीय आदर्श विद्यालय बैजानी पहुंचे तो स्कूल परिसर में साफ-सफाई का जायजा लिया. बच्चों से शिक्षकों की उपस्थिति और मिड डे मिल में फल और अंडा मिलने से जुड़े सवाल किए. वहीं स्कूल के कमरे में टूटे फर्नीचर वगैरह देख नाराज भी हुए. जबकि ग्रामीण ने जब यह शिकायत कर दी कि बच्चे भोजन के बाद स्कूल के पीछे तालाब में बर्तन साफ करते हैं. के के पाठक ने हेडमास्टर के वेतन में कटौती करके स्कूल में साफ-सफाई कराने का निर्देश दे दिया.
Also Read: PHOTOS: के के पाठक शिक्षिका पर गदगद तो हेडमास्टर पर हुए आग बबूला, इधर DM ने रोक दिया टीचरों का वेतन
शिक्षकों को जीवनभर 14 घंटे की रूटीन रखना होगा
अपर मुख्य सचिव ने जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान खिरनीघाट में नव नियुक्त शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि इस प्रोफेशन में बहुत सम्मान है. आपको बहुत मेहनत करनी होगी. इस समय रोजाना 14 घंटे ट्रेनिंग चल रही होगी. आपको पूरे जीवन में 14 घंटे की रूटीन रखनी होगी. बीपीएससी से नियुक्त शिक्षकों को पूरी जनता आशा से देख रही है. स्कूल का दरवाजा बंद कर घर भाग आना टीचर को शोभा नहीं देता है. बच्चों को पढ़ाना है, सिर्फ नौकरी नहीं करनी है. अपर मुख्य सचिव ने साथ मौजूद डीएम सुब्रत कुमार सेन के बारे में कहा कि डीएम साहब सरकारी स्कूल के छात्र रहे हैं. हम अपने अच्छे टीचर को आज भी याद करते हैं. बच्चों को आप ठीक से पढ़ायेंगे तो गांव के लोग बड़ी इज्जत करेंगे. घर जाकर आपको अगले दिन का लेशन तैयार करना होगा. मासिक परीक्षा, होमवर्क व वीकली टेस्ट की कॉपी जांच करनी होगी. कमजोर बच्चों को समझाना होगा.