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नियोजित शिक्षकों के लिए केके पाठक का आदेश, सक्षमता परीक्षा देना अनिवार्य, फेल होने पर जाएगी नौकरी

नियोजित शिक्षकों को चार मौके दिए जाएंगे. सक्षमता परीक्षा 26 फरवरी होगी. इसके बाद तीन और बार परीक्षा आयोजित होगी. जो शिक्षक इन चारों चरण में होने वाली परीक्षाओं में फेल हो जाएंगे. उन्हें नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा.

By Anand Shekhar | February 3, 2024 9:03 PM
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बिहार के लाखों नियोजित शिक्षकों को राज्य कर्मचारी का दर्जा देने की तैयारी चल रही है. इसके लिए नियोजित शिक्षकों को सक्षमता परीक्षा देनी होगी. परीक्षा उत्तीर्ण करने के लिए शिक्षकों को तीन प्रयास मिलेंगे. राज्यकर्मी का दर्जा पाने के लिए नियोजित शिक्षकों का इस परीक्षा में बैठना अनिवार्य कर दिया गया है. वहीं, इस परीक्षा के तीन प्रयासों में भी उत्तीर्ण नहीं होने वाले शिक्षकों की सेवाएं समाप्त कर दी जाएंगी और उन्हें नौकरी से निकाल दिया जाएगा. दक्षता परीक्षा को लेकर केके पाठक की अध्यक्षता में गठित विभागीय समिति ने शनिवार को बैठक में यह निर्णय लिया है. समिति अपनी अनुशंसाएं अनुमोदन के लिए राज्य सरकार को भेज रही है.

नियोजित शिक्षकों को मिलेंगे चार मौके

नियोजित शिक्षकों को चार मौके दिए जाएंगे. सक्षमता परीक्षा 26 फरवरी होगी. इसके बाद तीन और बार परीक्षा आयोजित होगी. जो शिक्षक इन चारों चरण में होने वाली परीक्षाओं में से तीन चरणों की परीक्षा में नहीं बैठते हैं अथवा तीन से कम चरणों में बैठते हैं अथवा तीन चरणों की परीक्षा में बैठने के बाद भी पास नहीं होते हैं, तो उन सभी स्थानीय निकाय शिक्षकों को नौकरी से हाथ धोना पड़ जाएगा.

केके पाठक की अध्यक्षता में कमिटी का हुआ था गठन

सक्षमता परीक्षा के लेकर एक फरवरी को एक कमिटी का गठन शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक की अध्यक्षता में किया गया था. जिसके बाद शनिवार को बिहार विद्यालय विशिष्ट शिक्षक नियमावली 2023 के तहत सक्षमता परीक्षा से संबंधित इस विभागीय समिति की बैठक हुई. इसमें स्थानीय निकाय शिक्षक, जो सक्षमता परीक्षा में शामिल नहीं होते है या तीसरे प्रयास में भी परीक्षा पास होने में विफल होते हैं, उनके लिए विचार किया गया.

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति लेगी परीक्षा

बैठक में समिति ने निर्णय लिया है कि 26 फरवरी को पहला अवसर लेने के बाद और उसका परिणाम घोषित करने के बाद तीन चरणों में लगातार और परीक्षा बिहार विद्यालय परीक्षा समिति लेगी. चारों चरण जल्द समाप्त कर लिये जाएंगे. समिति ने कहा है कि परीक्षा लेने की जिम्मेदारी बिहार विद्यालय परीक्षा समिति को सौंपी गयी है.

समिति में ये हैं शामिल :

  • अध्यक्ष – शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक,

  • सदस्य – आनंद किशोर, बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष, सज्जन आर राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद के निदेशक, कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव प्राथमिक शिक्षा व माध्यमिक शिक्षा के निदेशक.

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सक्षमता परीक्षा के लिए आवेदन शुरू

नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने के लिए ऑनलाइन सक्षमता परीक्षा फॉर्म भरने की प्रक्रिया गुरुवार एक फरवरी से शुरू कर दी गई है. शिक्षक अभ्यर्थी 15 फरवरी तक फॉर्म भर सकते हैं. सक्षमता परीक्षा 26 फरवरी से 13 मार्च तक ऑनलाइन मोड में होगी. एडमिट कार्ड पांच से 16 फरवरी तक डाउनलोड किया जा सकता है. चार अलग-अलग कैटेगरी में कुल 69 विषयों की परीक्षा की होगी. इसमें कक्षा छह से आठ के लिए कुल आठ विषयों की परीक्षा होगी. इसमें बांग्ला विषय को भी शामिल है. कक्षा 11-12वीं के लिए कुल 19 विषयों की परीक्षा होगी. इसमें दो विषय अर्थशास्त्र और गृह विज्ञान विषय को शामिल किया गया है.

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