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बिहार: केके पाठक के औचक निरीक्षण से स्कूलों में मचा हड़कंप, हेडमास्टर का वेतन रोकने का आदेश, शिक्षक निलंबित

KK Pathak News: शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने आठ स्कूल का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान कार्रवाई भी हुई है. अपर मुख्य सचिव ने हेडमास्टर का वेतन रोकने का निर्देश दिया है.

KK Pathak News: शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने आठ स्कूल का निरीक्षण किया. इस दौरान विद्यालयों में हड़कंप मच गया है. अपर मुख्य सचिव ने कार्रवाई भी की है. केके पाठक ने दो स्कूलों के हेडमास्टर का वेतन रोकने का निर्देश दिया है. साथ ही एक शिक्षक को निलंबित कर दिया है. अपर मुख्य सचिव पटना के दानापुर और फुलवारीशरीफ के स्कूलों में अचानक पहुंच गए. साफ सफाई की व्यवस्था को देखकर अपर मुख्य सचिव यहां काफी नाराज हुए. इस कारण ही इन्होंने प्रधानाध्यपकों पर कार्रवाई की है. अपर मुख्य सचिव ने मध्य विद्यालय जानीपुर , प्राथमिक विद्यालय बभनपुरा, मध्य विद्यालय भुसौला, प्राथमिक विद्यालय भुसौला, उत्क्रमित मध्य विद्यालय गोविंदपुर, प्राथमिक विद्यालय गोविंदपुर और प्राथमिक विद्यालय चुल्हाइ चक स्कूल का जायजा लिया. साथ ही कार्रवाई भी की है.

केके पाठक ने लिए कई निर्णय

बता दें कि अपर मुख्य सचिव लगातार ही स्कूलों में पहुंचते है. वह कुछ दिनों पहले भागलपुर भी पहुंचे थे. रात के वक्त वह भागलपुर पहुंचे थे. इसके बाद उन्होंने होटल में रात गुजारी थी. उनके आगमन की दिनभर चर्चा रही थी. इसके बाद वह स्कूलों का औचक निरीक्षण करने के लिए पहुंचे थे. उनके साथ डीएम भी मौजूद थे. स्कूलों में अपर मुख्य ने बच्चों से भी बातचीत की. साथ ही शिक्षकों को भी आवश्यक दिशा निर्देश दिए. मुख्य सचिव के आगमन की सूचना पर जिला शिक्षा विभाग के अधिकारी अलर्ट रहते है. केके पाठक ने लगातार कई निर्णय लिए है.

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महिला शिक्षकों को दी जा रही स्कूटी चलाने की ट्रेनिंग

केके पाठक ने स्कूलों की व्यवस्था को बढ़िया बनाने के लिए कई प्रयास किए है. वह लगातार स्कूलों का निरीक्षण करते है. इस दौरान अगर उन्हें कोई शिकायत मिलती है, तो उसे भी दूर किया जाता है. महिला शिक्षकों ने जब दोपहिया वाहन चलाने के प्रशिक्षण की मांग की तो इस पर भी फैसला लिया गया था. इसके तहत महिला शिक्षकों को सरकार की ओर से स्कूटी की ट्रेनिंग देने का फैसला लिया गया था. इसका कारण यह रहा कि उन्हें अपने स्कूलों में पहुंचने में आसानी होगी. इसके अलावा वह समय पर भी स्कूल में प्रवेश कर पाएगी. महिला शिक्षकों को स्कूटी की ट्रेनिंग मिले इसके लिए शिक्षा विभाग की ओर से आदेश भी जारी किया गया था. इस बारे में केके पाठक ने प्रशिक्षण देने वाले संस्थान की सूचि को परिवहन पदाधिकारी के कार्यालय से लेने की भी बात कही थी. चार दिसंबर से महिला शिक्षकों को स्कूटी चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही है. वहीं, नवनियुक्त शिक्षकों में कई ऐसे शिक्षक है, जिन्होंने स्कूलों को ज्वाइन ही नहीं किया. इनके पास सात दिसंबर तक स्कूलों में योगदान का मौका था. सात दिसंबर तक अगर किसी शिक्षक ने स्कूलों में अपना योगदान नहीं दिया है, तो यह मान लिया गया है कि वह नौकरी करने के इच्छुक नहीं है. सात दिसंबर तक स्कूलों को ज्वाइन नहीं करने का कारण यह भी हो सकता है कि यह शिक्षक पहले से ही किसी और जगह पर नौकरी कर रहे हैं.

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स्कूल टाइम में चुनाव कार्य में नहीं होगी शिक्षकों की ड्यूटी

शिक्षकों के लिए कुछ दिनों पहले यह भी आदेश जारी किया गया था कि स्कूल टाइम में शिक्षकों की ड्यूटी चुनाव कार्य में नहीं लगाई जाएगी. ऐसा इसलिे कहा गया था कि स्कूलों में पढ़ाई बाधित नहीं हो. शाम पांच बजे के बाद इनकी ड्यूटी चुनाव के काम में लगाई जाएगी. इसलिए इनसे अतिरिक्त घंटे का कार्य लिया जा सकता है. इस संबंध में डीएम को भी लेटर लिखा गया था. बताया जाता है कि आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए यह फैसला लिया गया था. शिक्षकों को कार्य में लगाने के दौरान इस बात का ख्याल रखना अनिवार्य है कि इनकी पढ़ाई बाधित नहीं हो.

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