पटना में 11 जुलाई को शिक्षक भर्ती नियमावली के खिलाफ धरना प्रदर्शन करने वाले शिक्षकों को निलंबित और उनके खिलाफ कार्रवाई करने की कवायद शुरू हो गई है. इस के लिए सीसीटीवी कैमरे की मदद से प्रदर्शन में शामिल होने वाले शिक्षकों को चिह्नित कर सूची तैयार की जा रही है. जिले के विभिन्न प्रखंडों के शिक्षकों की पहचान के लिए वीडियो फुटेज और समाचार पत्र में छपी फोटो को आधार मानकर प्रदर्शन में शामिल शिक्षकों पर कार्रवाई करने को लेकर शिक्षा विभाग की ओर से निर्देश दिया गया है. इसके अलावा दूसरे शिक्षकों को भड़काने वाले शिक्षकों पर भी प्राथमिकी दर्ज की जायेगी. बुधवार को शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक ने राज्य के सभी डीएम को इस आशय का निर्देश भेजा है.
वरीय अधिकारियों के निर्देश मिलने के बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी, पटना की ओर से प्रदर्शन में शामिल दो शिक्षकों पर कार्रवाई को लेकर मंगलवार को पत्र भी जारी किया गया था. इसमें बीएन काॅलेजिएट स्कूल में कार्यरत नगर माध्यमिक शिक्षक राजेश कुमार को निलंबित कर दिया गया. वहीं उत्क्रमित मध्य विद्यालय जमालपुर, धनरूआ में कार्यरत प्रखंड शिक्षक मो. सनाउल्लाह को प्रदर्शन में शामिल होने पर तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. जिला शिक्षा पदाधिकारी अमित कुमार ने कहा कि दोनों शिक्षकों पर धरना-प्रदर्शन में शामिल होने और आचार संहिता का उल्लंघन करने को लेकर अनुशासनिक कार्रवाई की गयी है.
बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ ने मुख्यमंत्री से पटना में प्रदर्शन करने वाले शिक्षकों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई को तत्काल वापस करने की अपील की है. संघ के महासचिव शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने चेतावनी दी कि राज्य भर के चार लाख से अधिक शिक्षकों को धमकाने की कार्रवाई स्थगित नहीं होने पर स्थिति गंभीर हो सकती है और बड़ा आंदोलन शुरू होगा.