KK Pathak: ‘कोई दिक्कत तो नहीं…’, जब रात में अचानक ट्रेनिंग सेंटर पहुंच गए ACS केके पाठक, मच गया हड़कंप
दो दिवसीय दौरे के दौरान पाठक जिले के विभिन्न सरकारी स्कूलों और टीचर ट्रेनिंग केंद्रों का निरीक्षण करेंगे. मधुबनी में उस वक्त हड़कंप मच गया जब केके पाठक रात में एक टीचर ट्रेनिंग कॉलेज में औचक निरीक्षण करने पहुंच गए.
मधुबनी. बिहार की शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने का बीड़ा उठा चुके केके पाठ दो दिवसीय मधुबनी दौरे पर हैं. दो दिवसीय दौरे के दौरान पाठक जिले के विभिन्न सरकारी स्कूलों और टीचर ट्रेनिंग केंद्रों का निरीक्षण करेंगे. मधुबनी में उस वक्त हड़कंप मच गया जब केके पाठक रात में एक टीचर ट्रेनिंग कॉलेज में औचक निरीक्षण करने पहुंच गए. केके पाठक के पहुंचते ही शिक्षा विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मच गया. केके पाठक पहुंचते ही वहां प्रशिक्षण ले रहे शिक्षकों से पूछा-‘कोई दिक्कत तो नहीं…’.
करीब आठ बजे रात में अचानक पहुंचे प्रशिक्षण संस्थान
दो दिवसीय दौरे पर मधुबनी पहुंचे शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने रात करीब 8 बजे सकरी से सीधे घोघरडीहा प्रखंड स्थित शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय पहुंच गए. उन्होंने वहां का निरीक्षण किया. आम तौर पर पाठक दिन के समय ही स्कूलों और टीचर ट्रेनिंग केंद्रों का निरीक्षण करते हैं हालांकि यहां वे रात में अचानक निरीक्षण करने पहुंच गए. केके पाठक के आने की जानकारी मिलने के बाद अधिकारियों में हड़कंप मच गया. निरीक्षण के बाद उन्होंने अधिकारियों को जरूरी निर्देष दिए और बाद में वापस मधुबनी लौट गए.
केके पाठक के आने को लेकर स्कूलों में पूरी तैयारी
केके पाठक दो दिवसीय दौरे को देखते हुए जिले के सभी प्राथमिक, मध्य,उच्च विद्यालय व इंटर कॉलेज के व्यवस्थापकों ने पूर्व से ही अपनी पूरी तैयारी कर रखी है. जिले के अधिकांश स्कूलों की व्यवस्था को चाकचौबंद करने को लेकर जर्जर भवन, पुराने स्कूलों का साफ सफाई के साथ रंग रोगन कर सुसज्जित कर दिया गया है. अब देखना होगा कि केके पाठक के दो दिवसीय दौरे के दौरान किनके ऊपर गाज गिरती है. केके पाठक के जिले में भ्रमण करने की सूचना से आम लोगों में भी उत्साह है. केके पाठक आम लोगों के बीच भी काफी लोकप्रिय हैं.
BPSC टीचर को लेकर पाठक का नया फरमान
बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित टीचर बहाली परीक्षा के तहत सफल हुए शिक्षक जो राज्य के अलग अलग स्कूल में अपना योगदान दें रहे हैं उनको लेकर एक नया आदेश जारी कर दिया गया है. शिक्षा विभाग के एसीएस के तरफ से यह आदेश जारी किया गया है कि जो अभ्यर्थी प्रथम चरण (TRE-1) में टीचर के पद पर चयनित होकर स्कूल में बच्चे को पढ़ा रहे हैं और उनका सलेक्शन दूसरे चरण में भी हुआ है. ऐसे टीचरों का त्यागपत्र मंजूर होने के बाद ही दूसरे चरण के तहत ज्वॉइनिंग कराएं.
डीईओ को लिखा पत्र
शिक्षा विभाग की तरफ से बिहार लोक सेवा आयोग से चयनित शिक्षकों के लिए अहम दिशा-निर्देश जारी हुआ है. इस संबंध में अपर मुख्य सचिव केके पाठक के निर्देश पर माध्यमिक शिक्षा निदेशक कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को पत्र लिखा है. TRE-2 के तहत वैसे अभ्यर्थियों का भी चयन हुआ है जो पहले चरण में सफल होकर स्कूलों में सेवा दे रहे हैं. ऐसे शिक्षकों की संख्या लगभग 25 हजार है. गृह जिला के नजदीक या फिर गृह जिला में आने को लेकर पहले चरण की नियुक्ति को छोड़कर दूसरे चरण में योगदान दे रहे हैं. बिहार में पहले चरण में एक लाख 10 हजार और सेकेंड फेज में 96 हजार शिक्षकों का चयन हुआ था.