कोसी फिर उफान पर, 15 पंचायतों में फैला बाढ़ का पानी, सड़कें जलमग्न
महिषी : सावन व भादो के बीतने व वर्षा की कमी से कोसी व कमला बलान के बीच अवस्थित लोगों को बाढ़ त्रासदी से मुक्ति की आस जगने लगी थी. बराह क्षेत्र में अतिवृष्टि व बराज से अधिकतम डिस्चार्ज के कारण मंगलवार की रात से कोसी के जलस्तर में एक बार फिर अप्रत्याशित वृद्धि होने से पुनः बाढ़ आपदा का कहर आमलोगों को अव्यवस्थित कर दिया है.
महिषी : सावन व भादो के बीतने व वर्षा की कमी से कोसी व कमला बलान के बीच अवस्थित लोगों को बाढ़ त्रासदी से मुक्ति की आस जगने लगी थी. बराह क्षेत्र में अतिवृष्टि व बराज से अधिकतम डिस्चार्ज के कारण मंगलवार की रात से कोसी के जलस्तर में एक बार फिर अप्रत्याशित वृद्धि होने से पुनः बाढ़ आपदा का कहर आमलोगों को अव्यवस्थित कर दिया है.
प्रखंड के कुल 19 पंचायतों में 11 पंचायत पूर्ण रूप से व चार पंचायत आंशिक रूप से पुनः बाढ़ के चपेट में आ गया है. कई ग्रामीण सड़कों पर पानी के ओवरफ्लो होने से आवागमन दुरूह होने लगा है व गंतव्य तक जाने के लिए नाव का सहारा लेना नियति बन गयी है.
बची खुची फसलें फिर से जलप्लावित हो जाने से किसानों की कमर पूरी तरह टूट गयी है व चारा घास के डूबने से पशुपालकों की मुश्किलें भी कई गुना बढ़ गई है. लोगों का कहना है कि बाढ़ आपदा से निपटने में प्रशासन विफल रही है व सरकारी राहत का कार्य काफी धीमा रहा है.
कई पंचायतों के दर्जनों घर पानी से घिर गये हैं व लोग त्राहिमाम की स्थिति में जीने को विवश हो गये हैं. एक बार फिर लोगों के सामने रहने और खाने की समस्या पैदा हो गयी है. लोग घर छोड़कर ऊंचे स्थान पर जाने को विवश हो रहे हैं.
posted by ashish jha