Bihar News: वोकेशनल डिग्री कॉलेज में तब्दील होंगे केआरसी, सिंडिकेट की बैठक में लिया गया निर्णय

Bihar News कुलपति ने इसके लिए तीन सदस्यीय एक कमेटी का निर्धारण किया है, जो सरकार से कर्मियों के संबंध में जो तकनीकी समस्या है, उसका हल करायेगी और वेतन मद में सरकार से लाने का प्रयास करेगी.

By Prabhat Khabar News Desk | December 7, 2021 2:41 PM

Bihar News: मौलाना मजहरूल हक अरबी एवं फारसी विश्वविद्यालय के करीब डेढ़ सौ नॉलेज रिसोर्स सेंटर (केआरसी) अब वोकेशनल डिग्री कॉलेज के नाम से जाने जायेंगे. विवि के सिंडिकेट की बैठक में उक्त निर्णय लिया गया है. इसके अतिरिक्त विवि कैंपस में एक हेल्थ सेंटर, एक पोस्ट ऑफिस, एक बैंक व एनसीसी का सेंटर भी खोलने को लेकर निर्णय लिया गया है.

इसके अतिरिक्त बैठक में मुख्य रूप से विश्वविद्यालय का वार्षिक बजट प्राक्कलन 2022- 23 प्रस्तुत किया गया. कुल बजट 25, 12, 33, 507/–रु (पचीस करोड़ बारह लाख तेतीस हजार पांच सौ सात रुपये रखा गया. सात करोड़ आंतरिक स्रोत जबकि 18 करोड़ 12 लाख 33 हजार 507 रुपये की मांग की मांग राज्य सरकार से की गयी.

वेतन लाने के लिए कमेटी का निर्धारण

बैठक में कर्मचारियों के इंटरनल फंड से वेतन का मामला उठा. इस पर सिंडिकेट सदस्यों का मत था कि कर्मियों को वेतन इंटरनल फंड से दिया जाये. जबकि कुलपति प्रो मो कुद्दुस ने कहा कि जब न्यायाधीश सदानंद मुखर्जी जांच कमेटी ने इनकी नियुक्ति को जांच के बाद क्लीन चिट दे दी है, तो फिर बार-बार पत्र लिखकर सरकार क्वेरी क्यों कर रही है. कुलपति ने इसके लिए तीन सदस्यीय एक कमेटी का निर्धारण किया है, जो सरकार से कर्मियों के संबंध में जो तकनीकी समस्या है, उसका हल करायेगी और वेतन मद में सरकार से लाने का प्रयास करेगी.

कुलपति ने कहा है कि सरकार से वेतन की राशि आने पर ही पेमेंट किया जायेगा. कुलपति ने यह भी कहा कि असिस्टेंट रजिस्ट्रार जो कि एक ऑफिसर का पद है, उनकी नियुक्ति बीपीएससी या विवि आयोग से होने का प्रावधान है, जबकि पूर्व में उनकी नियुक्ति विवि ने कर ली थी. यह मामला भी विवादित है. उन्होंने कहा कि उनके ऊपर वेतन देने का अनावश्यक दबाव डाला जा रहा है और अगर ऐसा ही रहा तो वे इस्तीफा दे देंगे.

बीएड कॉलेजों की होगी जांच

बैठक में मीडिया के प्रवेश को रोक दिया गया. यहां तक कि इंटरनल वीडियोग्राफी तक को कुछ समय तक के लिए रुकवा दिया गया. उन्होंने कहा कि आगे बीएड कॉलेजों की भी जांच करायी जायेगी. कुछ एक बीएड कॉलेजों के संबंध में सूचना मिली है, एक ही कैंपस में दो विवि से मान्यता प्राप्त कॉलेज चलते हैं.

Posted by: Radheshyam Kushwaha

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