कुढ़नी उपचुनाव: बूथ कैप्चरिंग के आरोप पर BJP-JDU प्रत्याशी भिड़े, देखें वायरल वीडियो

कुढनी में उपचुनाव सोमवार को खत्म हो गया. इस चुनाव में युवाओं का खास उत्साह देखने को मिला. हालांकि फिर भी यहां शाम तक मतदान खत्म होने तक केवल 57.9 प्रतिशत मतदान हो सका. वहीं, बूथ कैप्चरिंग के आरोप लगाते हुए BJP और JDU के उम्मीदवार आपस में भिड़ गए.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 6, 2022 9:02 AM

कुढनी में उपचुनाव सोमवार को खत्म हो गया. इस चुनाव में युवाओं का खास उत्साह देखने को मिला. हालांकि फिर भी यहां शाम तक मतदान खत्म होने तक केवल 57.9 प्रतिशत मतदान हो सका. वहीं, बूथ कैप्चरिंग के आरोप लगाते हुए BJP और JDU के उम्मीदवार आपस में भिड़ गए. बताया जा रहा है कि बीजेपी के उम्मीदवार केदार गुप्ता और महागठबंधन के उम्मीदवार मनोज कुशवाहा मतदान खत्म होने के बाद एक बूथ पर मिले. इसके बाद वो आपस में भिड़ गए. केदार गुप्ता ने मनोज कुशवाहा बूथ को लूटने का आरोप लगाया. वहीं जदयू प्रत्याशी मनोज कुशवाहा में बीजेपी प्रत्याशी को देख लेने की धमकी दी.

लोगों को दोनों को कराया शांत

बूथ पर दोनों नेताओं के भिड़ने से थोड़े देर के लिए माहौल गंभीर हो गया. हालांकि, वहां मौजूद लोगों और समर्थकों ने दोनों को शांत कराया. वहीं, बिहार बीजेपी के अध्यक्ष संजय जायसवाल ने आरोप लगाया कि कुढनी विधानसभा उपचुनाव में जदयू के द्वारा पुलिस प्रशासन का इस्तेमाल करके बाहर के लोगों से बोगस वोटिंग कराना का आरोप लगाया.उन्होंने कहा कि इसके लिए पार्टी चुनाव आयोग को एक पत्र लिखकर शिकायत भी करेगी. इसके अलावा मुख्य रूप से कुढ़नी उपचुनाव शांतिपूर्ण रहा. पूरे विधानसभा में मतदान के लिए 320 बूथ बनाए गए थे. सभी बूथों पर पारा मिलेट्री फोर्स की तैनाती की गयी थी.

13 प्रत्याशियों के भाग्य का ‍फैसला डब्बे में बंद

कुढ़नी उपचुनाव में विभिन्न पार्टियों के 13 प्रत्याशी चुनावी मैदान में खड़े थे. इसमें वीआईपी से नीलाभ कुमार, एआईएमआईएम से मो. गुलाम मुर्तजा, उपेंद्र साह, कालिकांत झा, संजय ठाकुर, सुखदेव प्रसाद, आलोक कुमार, दिनेश राय, विनोद कुमार, शेखर साहनी और संजय कुमार आदि मुख्यरुप से शामिल थे. विधानसभा में कुल मतदाताओं की संख्या 3.11 लाख है. इसमें पुरुषों की संख्या 164474 और महिला मतदाताओं की संख्या 146507. विधानसभा में सुबह लोगों में वोट डालने का उत्साह दिखा. हालांकि दिन चढ़ने के साथ मतदाताओं की संख्या कम होती गयी.

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