पटना. कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव में जदयू के मनोज कुशवाहा इस बार महागठबंधन के उम्मीदवार होंगे. शनिवार को प्रदेश जदयू मुख्यालय में महागठबंधन के नेताओं की मौजूदगी में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने इसकी घोषणा की. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आग्रह पर राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने यह सीट जदयू को दिया है. मनोज कुशवाहा कुढ़नी विधानसभा सीट से तीन बार विधायक रह चुके हैं. वहां पांच दिसबर को मतदान होना है. 2020 में इस सीट से राजद के अनिल सहनी विजयी रहे थे, लेकिन इससे पहले सांसद रहने के दौरान फर्जी यात्रा भत्ता के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें दोषी पाया था. इसके बाद उनकी सदस्यता खत्म हो गयी थी, तब से यह सीट खाली थी.
जदयू अध्यक्ष ललन सिंह ने एक सवाल के जवाब में कहा कि उपचुनाव में कोई मुद्दा नहीं होता है. भाजपा जब भी चुनाव लड़ती है, तो अपना बोरो प्लेयर मैदान में उतारती है. गोपालगंज में यह दिखा, साथा ही इससे पहले चिराग पासवान को भी बोरो प्लेयर के रूप में इस्तेमाल कर चुकी है. उन्होंने कहा कि इस चुनाव में कुढ़नी के 75% मतदाता महागठबंधन और 25 फीसदी भाजपा के हैं. ऐसे में महागठबंधन की जीत निश्चित है. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पैर में चोट लगने की वजह से मोकामा और गोपालगंज विधानसभा उपचुनाव में वे प्रचार के लिए नहीं जा सके. उन्होंने वीडियो जारी कर यह बताया था.
राजद के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दिकी ने कहा कि सभी महागठबंधन के सभी घटक दलों की सहमति है कि जदयू कुढ़नी में चुनाव लड़ेगी. वहां पूरा सहयोग मिलेगा. कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार को उपचुनाव में मौका दिये जाने के सवाल पर अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि जब भी तालमेल हुआ है तो कांग्रेस पार्टी को भी सीट दी गयी है
भाजपा कुढ़नी से पूर्व विधायक केदार गुप्ता को प्रत्याशी बना सकती है. माना जा रहा है कि रविवार को आधिकारिक घोषणा होगी. केदार गुप्ता 2020 में 712 मतों से राजद प्रत्याशी से हारे थे. 2015 में महागठबंधन के प्रत्याशी को हराया था.
महागठबंधन की सहयोगी वीआइपी भी इस सीट से अपना उम्मीदवार उतारेगी. पार्टी रविवार को नाम का खुलासा करेंगे. 16 नवंबर को वीआइपी उम्मीदवार का नामांकन होगा. पार्टी ने कहा है कि यदि भाजपा किसी सहनी जाति से उम्मीदवार बनायेगी, तो वीआइपी समर्थन देगी.