पटना. विधानसभा और विधान परिषद में अब धोती- कुर्ता वाले विधायकों की संख्या इक्का-दुक्का ही रह गयी है. सत्ताधारी दल से लेकर विपक्ष तक में भी कुर्ता- पायजामा पहनने वाले सदस्यों की भरमार है. सदन के नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा, विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह और उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद नियमित रूप से कुर्ता पायजामा पहनते रहे हैं. सत्ताधारी दल में ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार एकमात्र ऐसे सदस्य हैं, जो अभी भी नियमित रूप से धोती-कुर्ता धारण करते हैं. विपक्ष में राजद के अवध बिहारी चौधरी धोती- कुर्ता पहनने वाले विधायक हैं.
भाजपा में एकमात्र बिस्फी के विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल धोती -कुर्ता धारी हैं. हम पार्टी के अध्यक्ष और राज्य के पूर्वमुख्यमंत्री जीतन राम मांझी भी धोती- कुर्ता पहनते हैं. विधान परिषद में राजद के डाॅ रामचंद्र पूर्वे भी धोती- कुर्ता पहनने वालों में से शामिल हैं. नये विधायकों में कुर्ता-पायजामा के साथ सफेद पैंट और शर्ट पहनने का क्रेज है.
देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस में पूर्व में सदानंद सिंह और रामदेव राय नियमित रूप से धोती- कुर्ता पहनते थे. इन दोनों के निधन हो जाने के बाद पार्टी में धोती- कुर्ता पहनने वाले नेताओं की कमी दिख रही है. हालांकि, शौकिया तौर पर धोती- कुर्ता पहनने वाले कुछ और विधायक हैं, लेकिन सदन में यह स्थिति यदा- कदा ही दिखती है.भाकपा के राज्य सचिव और पूर्व विधायक रामनरेश पांडेय भी नियमित रूप से धोती- कुर्ता पहनने वाले हैं.
विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव, कांग्रेस विधायक दल के नेता अजित शर्मा, भाकपा- माले विधायक दल के नेता महबूब आलम,एआइएमआइएम के अख्तरूल इमान यह सभी नेता कुर्ता -पायजामा धारी हैं. विधान परिषद में भाकपा के केदार नाथ पांडेय भी धोती पहनने वाले सदस्य हैं.
दोनों सदनों में गांधी टोपी नियमित रूप से पहनने वाले अब एक भी सदस्य नहीं दिखते. विधान परिषद में पूर्व कार्यकारी सभापति प्रो अरुण कुमार और विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष देव नारायण यादव के पहनावे में गांधी टोपी नियमित रूप से शामिल थी.