राजधानी पटना के मधुबन (पूचं) से कर्ज नहीं चुकाने पर अगवा कर मजदूर की हत्या का मामला सामने आया है. दुलमा गांव स्थित वार्ड नंबर तीन निवासी जयमंगल दास के पुत्र विनोद दास (38) का शव सरेह में रविवार को देर संध्या क्षत-विक्षत अवस्था में बरामद हुआ. उसकी पहचान उसके कपड़े से परिजनों ने की है. अपहरण को लेकर विनोद दास की पत्नी लक्ष्मी देवी ने थाने में गांव के तीन लोगों पर प्राथमिकी दर्ज करायी थी.
आरोपी गिरफ्तार
शव मिलने के बाद पकड़ीदयाल डीएसपी सुबोध कुमार के नेतृत्व पुलिस तीनों आरोपियों मुसम्मात सविता देवी, सविता की पुत्री सोनी कुमारी व सकलदेव पासवान को गिरफ्तार कर लिया है. पकड़ीदयाल डीएसपी सुबोध कुमार ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. गिरफ्तार तीनों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. घटनास्थल पर पकड़ीदयाल डीएसपी सुबोध कुमार, थानाध्यक्ष संजीव मौआर के नेतृत्व में पुलिस आवश्यक कार्रवाई करने में जुट गयी है.
क्या है मामला
विनोद दास की पत्नी लक्ष्मी देवी ने थाने में अपहरण को लेकर कांड दर्ज कराया था. लक्ष्मी देवी ने आरोप लगाया था कि उसके पति को पांच माह पूर्व दुलमा गांव के विश्वनाथ सिंह से 10 हजार रुपये स्व.राजदेव राम की पत्नी सविता देवी ने दिलाया था. कर्ज लौटाने के लिये सविता देवी व सविता की पुत्री सोनी कुमारी बराबर दबाव बना रहे थे. रुपये लौटाने में विलंब पर उसके पति को उठवा देने की धमकी देती थी.
17 अक्टूबर को लक्ष्मी देवी अपने पति विनोद दास व अन्य मजदूरों के साथ गांव के अजय शर्मा के खेत में धान काट रही थी. इसी दौरान सविता देवी अपनी बेटी के साथ पहुंचकर धमकी देते रुपये लौटाने की बात कहकर लौट गयी. शाम में विनोद चोरमा से मछली खरीदकर लाया. उसे बनाकर खाया. इसी दौरान विनोद के साथ हमेशा रहने वाले सकलदेव पासवान पहुंचा. उसके पति को अपने साथ लेकर चला गया. दो बजे रात को सकलदेव पासवान घर पर आकर बोला कि तुम्हारे पति को पुलिस उठाकर ले गयी है. अगले दिन काफी खोजबीन करने के बाद भी उसका पति नहीं मिला. 20 अक्टूबर को मामले को लेकर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी थी.