बिहार में शौचालय की टंकी में दम घुटने से दो मजदूरों की मौत, शटरिंग खोलने के दौरान हुआ हादसा
समस्तीपुर में एक निर्माधिन मकान के शौचालय की टंकी की शटरिंग खोलने के लिए दो मजदूर अंदर घुसे थे. जहां दोनों की मौत हो गई. वहीं इस घटना से आक्रोशित परिजनों ने पुलिस को कई घंटे तक लाश नहीं उठाने दी.
बिहार के समस्तीपुर शहर में दो लोगों की सेप्टिक टैंक में दम घुटने से मौत हो गई है. शहर के वार्ड नंबर 36 के मगरदही मोहल्ले में डॉन बॉस्को स्कूल के समीप एक रेल कर्मी के निर्माणाधीन मकान के शौचालय की टंकी में जहरीली गैस से दम घुटने से दोनों मजदूरों की मौत हुई है. दोनों अर्ध निर्मित मकान के शौचालय की टंकी में लगे शटरिंग को खोलने के लिए घुसे थे. घटना शुक्रवार को दोपहर के वक्त हुई है. इस घटना के बाद मौके पर लोगों की भीड़ जुट गई. इसके बाद नगर थाने की पुलिस को घटना की जानकारी दी गई, जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों मजदूरों को सादर अस्पताल में भर्ती कराया. जहां डॉक्टरों ने दोनों मजदूरों की जांच कर उन्हें मृत घोषित कर दिया.
एक ही गांव के रहने वाले थे दोनों मजदूर
प्राप्त जानकारी के अनुसार दोनों मजदूर एक ही गांव के रहने वाले थे. दोनों की पहचान वैनी ओपी के चंदौली डोरापार गांव के वार्ड आठ के सन्नी कुमार महतो और अमरजीत कुमार दास के रूप में की गयी है. दोनों एक ठेकेदार के अंदर में काम करते थे. घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद वहां मौजूद लोगों की मदद से दोनों शवों को टंकी से निकाला और फिर अस्पताल लेकर गए. लेकिन, तब तक काफी देर हो चुकी थी.
निर्माणाधीन मकान में हुई दुर्घटना
बताया जा रहा है कि समस्तीपुर रेल मंडल में कार्यरत संजीव कुमार मगरदही के वार्ड नंबर 36 में जमीन खरीदकर ठेके पर अपने मकान का निर्माण करवा रहे हैं. उनका मकान अभी निर्माणाधीन प्रक्रिया में है. इसी वजह से शुक्रवार को ठेकेदार एक राजमिस्त्री एवं दो मजदूरों को लेकर मकान में शटरिंग खुलवाने पहुंचा था. ठेकेदार सभी को काम समझाकर अपनी दूसरी साइट पर चला गया था.
शौचालय की टंकी की शटरिंग खोलने के दौरान हुआ हादसा
मजदूर उमेश कुमार के अनुसार साइट पर पहुंचने के बाद वह छत पर काम करने के लिए चला गया. वहीं सन्नी एवं अमरजीत शौचालय की टंकी की शटरिंग खोलने के लिए अंदर घुस गए. दो घंटे के बाद जब उसे प्यास लगी, तो वह पानी पीने के लिए नीचे उतरा. लेकिन जब उसने दोनों को नीचे कहीं पर भी नहीं देखा तो आवाज लगायी. इसके बाद उसने टंकी में झांककर देखा, तो दोनों का शव वहीं पड़ा था. इसके बाद उसने शोर मचाकर आसपास के लोगों को बुलाया.
दम घुटने से हुई मौत
बताया जा रहा है कि जब दोनों मजदूर शौचालय की टंकी की शटरिंग खोल रहे थे तभी वहां गैस का रिसाव होने की वजह से उनका दम घुटने लगा. इस वजह से वह अपनी मदद के लिए दूसरे मजदूरों को आवाज भी नहीं लगा पाये और वहीं मौके पर उनकी मौत हो गई.
आश्रितों को मुआवजा देने की मांग पर परिजनों ने नहीं उठाने दी लाश
घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस को देखकर घटनास्थल पर पहुंचा ठेकेदार मौके से फरार हो गया. बाद में अन्य मजदूरों के सहयोग से पुलिस द्वारा किसी तरह दोनों शवों को बाहर निकाला गया. घटना से गांव में कोहराम मच गया है. सूचना पर पहुंचे परिजनों ने पुलिस को कई घंटे तक लाश नहीं उठाने दी. वह ठेकेदार के विरुद्ध केस दर्ज करने और आश्रितों को मुआवजा देने की मांग पर अड़े हुए थे. बाद में स्थानीय जनप्रतिनिधियों की पहल पर लोग शांत हुए और पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा. वहीं इस दर्दनाक गतन के बाद मृतकों के घर में मातम पसरा हुआ है. लोगों को रो-रोकर बुरा हाल हो रखा है. आस-पास लोग व परिजनों को सांत्वना दे रहे हैं.
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पुलिस मामले की कर रही छानबीन
वहीं इस घटना के संबंध में नगर थाना अध्यक्ष विक्रम आचार्य ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है.हर पहलू पर छानबीन हो रही है जो भी इस मामले में दोषी पाए जाते हैं उसपर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल दोनों मजदूरों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया है. वहीं, घटना के बाद ठेकेदार फरार हो गया है, उसकी भी तलाश की जा रही है.
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