बिहार में बेटे की जलती चिता पर लेटी मां, रात के अंधेरे में पहुंची श्मशान, आत्महत्या से जुड़ी ये घटना जानिए..
बिहार में एक महिला अपने पुत्र के मौत के बाद उस वियोग को सहन नहीं कर सकी और अपने बेटे के जलती चिता पर ही जाकर लेट गयी. वो बुरी तरह झुलस गयी. ग्रामीणों ने उसे रात के अंधेरे में श्मशान जाते हुए देखा था. जानिए क्या है पूरा मामला..
बिहार के मधेपुरा में थाना क्षेत्र के सुखासन पंचायत स्थित शिवदयालपुर में एक दर्द विदारक घटना घटित हुई है. जिसमें पुत्र के वियोग में मां ने जलती चिता पर ही छलांग लगा ली. बेटे ने किसी कारणवश जब फंदे से झूलकर आत्महत्या कर ली तो इस पीड़ा को उसकी मां सहन नहीं कर सकी. अभी बेटे को मुखाग्नि देकर लोग श्मशान से लौटे ही थे और किसी को यह भनक तक नहीं थी कि अभी एक जख्म जो इतना ताजा है उसके बाद भी एक और हादसा दस्तक देने वाला है. वो मां जिसने अपने लाल को गर्भ में पाला और जन्म दिया. पाल-पोसकर बड़ा किया वो उसके सामने ही जिंदगी की डोर तोड़कर चला गया, ये सदमा मां सहन नहीं कर सकी और श्मशान की ओर निकल पड़ी. बेटे की चिता अभी जल ही रही थी और मां भी उसी चिता पर लेट गयी.
बेटे ने की आत्महत्या, मां ने जलती चिता में लगायी छलांग
घटना को लेकर बताया गया कि सिकेन्द्र यादव के पुत्र ने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली थी. पुत्र की मौत के बाद उसका पार्थिव शरीर लेकर सभी लोग श्मशान पहुंचे. दोपहर बाद में दाह संस्कार होने के बाद देर सभी लौट आए. अभी लाश पूरी तरह जली नहीं थी. सभी मुखाग्नि देकर ही लौट आए थे. लेकिन यहां एक मां अपने पुत्र के वियोग में तड़प रही थी. आखिरकार उसने भी श्मशान जाने का फैसला कर लिया और फिर रात में बदहवास मां भी अपनी जान देने के लिए शमसान घाट पहुंच गयी. उसने अपने बेटे की चिता को जलता पाया और पुत्र की जलती चिता में कूद कर अपनी जान देने की कोशिश की. यह बताया गया कि मृतक कि मां को शमसान कि ओर जाते देख परिजन और ग्रामीण भी उसके पीछे हो लिए. जैसे ही वह पुत्र के चिता में कूदी, वैसे ही लोग दौड़ कर पहुंचे. ग्रामीणों ने तत्परता दिखाते हुए उसे काफी मशक्कत से चिता से खींच कर निकाला.आनन-फानन में उसे लेकर अस्पताल गए.
जलती चिता में कूदी, ग्रामीणों ने बाहर निकाला
पुत्र के चिता की आग में गंभीर रूप से झुलसी महिला को परिजन और ग्रमीणों ने मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया. मेडिकल कॉलेज में भर्ती मृतक की मां हालत काफी गंभीर बताया गया है. वहीं दूसरी तरफ बताया गया कि सुखासन वार्ड नंबर छह में सिकेन्द्र यादव के 16 वर्षीय पुत्र करण कुमार को सोमवार की सुबह परिजनों ने फंदे में लटकते हुए देखा. ग्रामीण व परिजनों ने जब तक ने उसे फंदे से नीचे उतारा उसकी मौत हो गई थी. उसी दिन शाम में करण के शव का दाह संस्कार किया गया. और दाह- संस्कार के बाद रात में सभी परिजन सोने चले गए. इस दौरान मृतक की मां रंजना देवी उम्र 45 वर्ष एकाएक उठ कर घर से निकल पड़ी. लोगों ने उसे पूछा कहा जा रही हो तो उसने कोई जबाव नही दिया. इसके बाद परिजन और कुछ ग्रामीण भी उसके पीछे- पीछे तक पहुंचे. जब तक लोग दौड़ कर पकड़ते उसने चिता में छलांग लगा दी.
गंभीर रूप से झुलसी महिला
देर रात गंभीर रूप से झुलसी रंजना देवी को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया. मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों ने बताया कि महिला आग से लगभग 70 प्रतिशत जल गई है. स्थिति चिंताजनक है. हालांकि इस मामले को लेकर ग्रामीण वह परिजन किसी बात की जानकारी देने से परहेज कर रहे हैं. इस मामले को लेकर थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर अरुण कुमार ने बताया कि जानकारी मिली है मामला की जांच की जा रही है.
भागलपुर में पति की मौत के बाद पत्नी ने त्यागे प्राण
अपनों को खोने का सदमा कई बार लोग सहन नहीं कर पाते हैं. हाल में ही भागलपुर जिले के नाथनगर क्षेत्र में जब एक व्यक्ति की मौत हो गयी तो इसका सदमा उसकी पत्नी नहीं बर्दाश्त कर पायी थी और कुछ ही घंटे के बाद उसने भी अपने प्राण त्याग दिए थे. यह घटना एक बुजुर्ग दंपति के साथ घटी. दोनों की शवयात्रा एकसाथ ही निकाली गयी थी. मिर्जापुर गांव में जब विशुनदेव मंडल(80 वर्ष) की मौत हुई तो यह जानकारी उनकी पत्नी चंदा देवी को मिली. उसने जैसे ही अपने पति की मौत की खबर सुनी वो भी इस सदमे को नहीं सहन कर पाई और प्राण त्याग दिए. दोनों की शवयात्रा एकसाथ बैंडबाजे के साथ निकाली गयी थी. पूरा गांव दोनों को विदाई देने पहुंचा.