Bihar News: छुट्टी नहीं मिलने से नाराज औरंगाबाद जिले के दाउदनगर के पटवाटोली राजकीय प्राथमिक विद्यालय की प्रभारी प्रधानाध्यापिका ने गुरुवार की रात विद्यालय में ही गुजार दीं. प्रभारी प्रधानाध्यापिका मीरा कुमारी अपने विद्यालय के कमरे में ही रात भर रहीं. हालांकि, उनका घर पास के ही बाबू अमौना गांव में है, जिसकी विद्यालय से दूरी लगभग डेढ़ किलोमीटर है, पर वह इतने गुस्से में थीं कि अपने घर नहीं गयीं.
गौरतलब है कि राजकीय प्राथमिक विद्यालय पटवाटोली का अपना भवन नहीं है, यह विद्यालय दाउदनगर शहर के लखन मोड़ स्थित राजकीय मध्य विद्यालय संख्या दो में शिफ्ट है. इधर विद्यालय में रात में रहने का कारण पूछते ही शिक्षिका विफर पड़ीं. बाद में उन्होंने कहा कि बुधवार की शाम 5:15 बजे उन्होंने औरंगाबाद में हाजिरी बनायी थी. वहां से हाजिरी बनाकर देर रात दाउदनगर पहुंचीं और घर आते-आते आठ-नौ बज गये. दूसरे दिन गुरुवार को सुबह आठ बजे डीडीओ को अबसेंटी आवास पर पहुंचाया. उसके बाद बीआरसी गयीं, जहां ताला बंद था. फोन कर गेट खुलवाया और नियोजित शिक्षकों की अबसेंटी दी. उसके बाद स्पेशल लीव के लिए आवेदन दिया, लेकिन नहीं लिया गया. कहा गया कि तीन बजे के बाद लीव कर दें. वह अस्वस्थ हैं. फिर भी छुट्टी नहीं मिली, इससे मन चिड़चिड़ा हो गया.
इधर प्रभारी प्रधानाध्यापिका मीरा कुमारी ने छुट्टी के लिए बीइओ को लिखे आवेदन में कहा है कि बच्चों की उपस्थिति विद्यालय में 75 प्रतिशत से कम पाये जाने के कारण 20 दिसंबर को औरंगाबाद में जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय में बुलाया गया था. उन्हें शाम 5:15 बजे तक वहां उपस्थित होना था, वह विद्यालय का काम पूरा कर वहां पहुंची भी. 21 दिसंबर को ठंड लग जाने के कारण बीमार होते हुए भी सुबह नौ से पांच बजे तक विद्यालय का काम किया.
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शिक्षिका मीरा कुमारी ने आवेदन में लिखा कि बीमार होने के कारण 22 दिसंबर को आकस्मिक अवकाश का आवेदन लिखा, जिसे नहीं लिया गया. मीरा ने कहा कि वह पूरे शिक्षक समाज की लड़ाई लड़ रही हैं. शिक्षा में सुधार हुआ है, लेकिन 5.15 बजे जिला शिक्षा कार्यालय बुलाया गया, यह उचित नहीं है. इधर, बीइओ चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि स्कूल अवधि में छुट्टी का आवेदन नहीं देना है, इसलिए स्कूल अवधि के बाद बुलाया गया था. रात में विद्यालय में रहने का कोई औचित्य नहीं था. दूसरी ओर, इस प्रकरण की चर्चा दिन भर शिक्षकों के बीच होती रही. बता दें कि शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक ने स्कूल में हाजिरी को लेकर सख्ती बरती हुई है.