लखीसराय में बालू माफियाओं ने डीएम की गाड़ी में मारी टक्कर, पुलिस ने ट्रक का किया पीछा, फिर…

लखीसराय शहर के बाइपास में एक तेज रफ्तार बिना नंबर के ट्रक ने डीएम अमरेंद्र कुमार की गाड़ी में टक्कर मार दी. हालांकि, इस घटना में किसी के घायल होने की सूचना नहीं है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 12, 2024 9:35 PM
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Bihar Sand Mafia: लखीसराय में अवैध बालू खनन और चोरी रुकने का नाम नहीं ले रहा है. बालू की ओवेरलोडिंग भी एक बड़ी चुनौती है. शुक्रवार की सुबह शहर के बाइपास में एक तेज रफ्तार बिना नंबर के ट्रक ने डीएम अमरेंद्र कुमार की गाड़ी में टक्कर मार दी. हालांकि, इस घटना में किसी के घायल होने की सूचना नहीं है. डीएम के वाहन में हल्की खरोंच आ गयी. यह घटना उस वक्त हुई जब जिलाधिकारी पटना से लखीसराय जा रहे थे.

डीएम की कार को टक्कर मार भागा ट्रक ड्राइवर

बताया जा रहा है कि शहर के बाइपास में स्थित यातायात थाना के पास बालू लदा एक ट्रक आते देख डीएम ने अपनी वाहन खड़ी कर अपने बॉडी गार्ड से ट्रक रुकवाने को कहा. अंगरक्षक ने डीएम के आदेश पर जैसे ही ट्रक को रुकने का इशारा किया, ट्रक चालक वाहन की गति और तेज कर दी.

जिससे डीएम ने आक्रोशित होकर बालू लदे ट्रक को पचना रोड बाइपास मोड़ के पास ओवरटेक कर रोकने की कोशिश की, लेकिन ट्रक चालक ने वाहन को ओवरब्रिज की ओर न ले जाकर डीएम के वाहन को ठोकर मारते हुए पतनेर मार्ग की ओर मोड़ दिया. जिससे डीएम के वाहन में खरोंच आ गयी. इस घटना के वक्त डीएम के साथ उनकी एस्कॉर्ट टीम नहीं थी.

डीएम ने एसपी को दी जानकारी

इस दरम्यान डीएम द्वारा एसपी पंकज कुमार सहित अन्य पुलिस पदाधिकारियों को फोन कर इसकी सूचना दी गयी. सूचना के बाद पुलिस हरकत में आई और फिर कवैया थाना पुलिस व परिवहन विभाग की टीम अपनी जिप्सी लेकर पतनेर की ओर गये, जहां ट्रक चालक वाहन को खड़ा कर फरार हो गया था.

ट्रक किया गया जब्त

इसके बाद कवैया थाना पुलिस व खनन विभाग के द्वारा पतनेर गांव के पास ट्रक को जब्त किया गया. इस संबंध में खनन पदाधिकारी रणधीर कुमार ने बताया कि ट्रक को जब्त कर लिया गया है. मामले में कार्रवाई की जा रही है.

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बालू माफिया की वजह से हो रहा राजस्व को भारी घाटा

जिले में बालू माफिया का मनोबल बढ़ा हुआ है. माफियाओं द्वारा किऊल नदी से ट्रैक्टर से बालू चोरी कर बालू का स्टॉक कर लिया जाता है. इसके बाद ट्रक पर लोड कर बालू को बेचा जा रहा है. जिस पर जिला पुलिस प्रशासन रोक लगाने में अक्षम साबित हो रहा है, जबकि किऊल नदी से आने वाले राजस्व को भारी घाटा हो रहा है.

बालू घाट पर वर्चस्व कायम को लेकर चल जाती है गोली

बालू घाट पर कभी-कभी वर्चस्व कायम को लेकर गोली भी चल जाती है, जबकि गोली चलाने की बात से पुलिस साफ इंकार कर देती है. एक माह पूर्व सुरजीचक गांव में रामपुर के दो गुटों के बीच गोलीबारी की घटना काे अंजाम दिया गया था, लेकिन पुलिस द्वारा इस घटना से इंकार कर दिया गया. बताया जा रहा है कि अलग-अलग बालू माफिया के द्वारा क्षेत्र का सीमांकन कर दिया गया है. एक दूसरे के क्षेत्र में हस्तक्षेप किये जाने से गोलीबारी की घटना को अंजाम दिया जाता है.

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जेसीबी से भी नदी में ट्रक पर भरा जाता बालू

जेसीबी से किऊल नदी में बालू माफिया अवैध उत्खनन कर ट्रक से भी बालू बेचते हैं. डिपो व संवेदक द्वारा चलाये जा रहे बालू घाट से दो से तीन सौ रुपये प्रति बॉकेट बालू ट्रक में लादकर बेचते हैं. इस पर रोक लगाने को चेकपोस्ट सूर्यगढ़ा ब्लॉक समेत तीन जगहों पर बनाया गया है. जिस पर प्रशासनिक अधिकारी के साथ-साथ पुलिस अधिकारी व पुलिस बल की तैनाती भी की गयी है, लेकिन फिर भी बालू की चोरी नहीं रुक रही है.

क्या बोले अधिकारी

जिला खनन विकास पदाधिकारी रणधीर कुमार ने बताया कि पुलिस को ऐसे अवैध उत्खनन पर रोक लगाने के लिए नियुक्त किये गये हैं व पुलिस अधिकारी द्वारा छापेमारी भी की जा रही है. खनन अधिकारी के अलावा डीटीओ द्वारा भी रात-रात भर छापेमारी की जा रही है. इसमें कई ट्रक व ट्रैक्टर भी जब्त किया जा रहा है, जिससे जुर्माना की भी वसूली की जाती है. सूचना मिलने पर तुरंत कार्रवाई की जाती है.

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