लखीसराय गोलीकांड का सीन रिक्रिएट किया गया, कैमरे के आगे पहली बार आशीष ने पूरी घटना के बारे में बताया
लखीसराय ट्रिपल मर्डर केस का सीन रिक्रिएट गुरुवार को कराया गया. तिहरे हत्याकांड का मुख्य आरोपी आशीष पहली बार कैमरे के आगे आया और अपना गुनाह कबूला. आशीष ने बताया कि उसने किस तरह दुर्गा की हत्या कर दी और सरेंडर करने का क्यों सोचा..
Bihar Crime News: लखीसराय के तिहरे हत्याकांड का आरोपित आशीष कुमार ने पहली बार कैमरे के सामने अपना गुनाह कबूला है. पुलिस आशीष को घटनास्थल पर लेकर आयी थी जहां घटना का सीन एकबार फिर से री-क्रिएट किया गया. इस दौरान आरोपित आशीष चौधरी ने पुलिस व मीडिया को बताया कि उसने अपनी प्रेमिका दुर्गा झा और उसके परिवार के सदस्यों को किस तरह गोलियों से छलनी कर दिया था. पुलिस हत्यारोपित आशीष चौधरी को लेकर घटनास्थल पर पहुंची.
आशीष चौधरी ने कबूला गुनाह
आशीष चौधरी ने मीडिया के सामने पुलिस को बताया कि वो दुर्गा झा के घर के पास आया था और पहले दुर्गा झा को गोली मारी थी. आशीष ने बताया कि दुर्गा झा को गोली मारने के बाद उसने उसकी भाभी को गोली मारी थी. आरोपित ने जगह दिखाकर बताया कि दुर्गा झा की भाभी को यहीं गोली मारी थी. ऊपर से प्रिंस वगैरह ईंट चला रहे थे. प्रिंस ने बताया कि गोली मारने के बाद वो उसी गली से भागा था. वो हत्याकांड को अंजाम देकर उसी रास्ते से भाग निकला जहां से वो अभी पुलिस के साथ आया था.
आशीष ने बतायी हत्या की वजह..
हत्यारोपित ने बताया कि हड़बड़ाहट में उससे गोली चल गयी. मीडिया को उसने बताया कि मेरी पत्नी ने मेरे साथ गलत किया. हम अकेले रह गए और फिर हमसे हम खुद को समझा नहीं सके और हमसे अपराध हो गया. आशीष चौधरी ने कहा कि मैनें पूरे परिवार को टारगेट नहीं किया था. उस दिन भी हम अपनी पत्नी को समझाने पहुंचे. हमने उसे गली में रोका और बातचीत के लिए कहा. लेकिन उसने कहा कि हम तुम्हें नहीं जानते हैं. जिसके बाद हमने इस घटना को अंजाम दे दिया. आशीष ने बताया कि हम अकेले थे. 12 ज्योतिर्लिंग दर्शन करके हम आए थे.मेरे मन में पहले से ही तकलीफ थी कि मेरे साथ गलत हुआ है. इसी झोंके में ये हो गया. आशीष ने बताया कि उसे निर्मल नाम के लड़के ने हथियार दिया था. बताया कि जमीन का कोई विवाद नहीं था. ये गलत आरोप है.
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घटना का खुलासा जल्द
सरेंडर करने के बारे में बताया..
हत्यारोपित ने बताया कि मैं दुर्गा झा को 2017 में लेकर पटना गया था. वहां 4 साल पति-पत्नी के तरह रहे. लेकिन मेरे साथ उसने गलत किया. आशीष ने कहा कि जिसे भी इस घटना में पुलिस ने पकड़ा है वो सब निर्दोष हैं. उसने बताया कि घटना को अंजाम देकर वो लिफ्ट लेकर आगे तक गया. वहां से खेत होकर करौता स्टेशन पहुंचा. ट्रेन पकड़कर गया फिर दिल्ली, तिरुपति, बेंगलुरु और वैष्णोधाम से अमृतसर होकर बनारस पहुंचा. जब उसे न्यूज से पता चला कि मामला बड़ा हो चुका है और उसके चक्कर में कई निर्दोष गिरफ्तार किए गए हैं तो सरेंडर करने का मन बनाया और पुलिस के हवाले खुद को कर दिया.