जीआरपी थाने में जब्त शराब से फैलती है दुर्गंध

तकलीफ. काम करने में हो रही परेशानी एसआरपी ने शराब नष्ट को लेकर डीएम को लिखा पत्र लखीसराय : जीआरपी किऊल द्वारा हजारों लीटर जब्त देशी व विदेशी शराब रखने के लिए पर्याप्त जगह नहीं होने के कारण इसे थाना के मालखाना में भी रखा गया है. थाना परिसर में इंस्पेक्टर चैंबर, हाजत व मालखाना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 6, 2017 5:14 AM

तकलीफ. काम करने में हो रही परेशानी

एसआरपी ने शराब नष्ट को लेकर डीएम को लिखा पत्र
लखीसराय : जीआरपी किऊल द्वारा हजारों लीटर जब्त देशी व विदेशी शराब रखने के लिए पर्याप्त जगह नहीं होने के कारण इसे थाना के मालखाना में भी रखा गया है. थाना परिसर में इंस्पेक्टर चैंबर, हाजत व मालखाना होने के कारण जगह काफी संकुचित है. जीआरपी के पुलिसकर्मी को शराब के दुर्गंध से कार्य करना मुश्किल हो रहा है. मई 2016 से अब तक 10 हजार लीटर विदेशी शराब व लगभग 20 हजार लीटर से अधिक देसी मसालेदार शराब बरामद की गयी है.
सभी जब्त शराब को थाना के मालखाना में रख दिया गया है. पिछले वर्ष से अब तक मालखाना में 50 हजार लीटर से अधिक शराब मालखाना में जमा कर दिया गया है. 2 जून 2017 को रेल पुलिस अधीक्षक स्वपना मेश्राम ने लखीसराय के डीएम सुनील कुमार को किऊल जीआरपी के मालखाना में रखे जब्त शराब से बीमारी फैलने के अलावे शराब पाउच को चूहे द्वारा कुतरने को लेकर पत्र लिखा था व जीआरपी के द्वारा जब्त शराब को विनिष्ट करने की प्रक्रिया अपनाने का अनुरोध किया. किऊल जीआरपी ने बताया कि किऊल से गुजरने वाली विभिन्न ट्रेन से देसी व विदेशी शराब प्रति माह 3 हजार लीटर तक बरामद की गयी है,
लेकिन शराब रखने के लिए जगह नहीं होने के कारण इसे मालखाना में ही रख दिया जाता है. जबकि मालखाना में लगातार एक साल से शराब होने के कारण उसमें रखा जीआरपी का सामान बरबाद हो रहा है. मालखाना में जीआरपी के टेंट का सामान, लाठी , डंडा, हेलमेट, बॉडी प्रोटेक्शन के अन्य जरूरत का सामान रखा गया है. इन सामानों के अलावे शराब की बोतल व पाउच भी मालखाना में रखा है. शराब रिसने के कारण मालखाना में रखा सामान बरबाद हो रहा है.
थाना में कम जगह में ही कार्यालय, मालखाना, हाजत के अलावे चैंबर भी है. मालखाना में शराब होने से कार्यालय में दुर्गंध फैली रहती है. इसके कारण कार्य करना मुश्किल हो गया है. शराब के विनिष्टीकरण के लिए संबंधित पदाधिकारी को पत्र लिखा गया है.
अशोक कुमार, जीआरपी इंस्पेक्टर सह थानाध्यक्ष

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