तीन लाख देने की शर्त पर किया मुक्त
पुलिस को राहत. नक्सलियों के चंगुल से मुक्त अपहृतों से एसपी ने की पूछताछ लहसोरवा गांव से एक ही परिवार के चार सदस्यों को अर्जुन कोड़ा नक्सली संगठन के लोगों ने अगवा किया था. नक्सली चंगुल से मुक्त अपहृतों ने एसपी से कहा कि जमीन विवाद में पंचायती कराने के नाम पर किया था अपहरण. […]
पुलिस को राहत. नक्सलियों के चंगुल से मुक्त अपहृतों से एसपी ने की पूछताछ
लहसोरवा गांव से एक ही परिवार के चार सदस्यों को अर्जुन कोड़ा नक्सली संगठन के लोगों ने अगवा किया था. नक्सली चंगुल से मुक्त अपहृतों ने एसपी से कहा कि जमीन विवाद में पंचायती कराने के नाम पर किया था अपहरण.
कजरा/पीरीबाजार : मंगलवार की रात पीरीबाजार थाना क्षेत्र के लहसोरवा गांव निवासी गुन्नू यादव के पुत्र भूना यादव एवं उनके दो पुत्र विकास कुमार व बबलू कुमार तथा भतीजा संजय यादव को उनके ही एक रिश्तेदार जो नक्सली संगठन में शामिल हैं, शंकर यादव ने अपने सहयोग से अर्जुन कोड़ा नक्सली संगठन दस्ता के लोगों ने पंचायती कराने के नाम पर अगवा कर लिया था. जिसे गुरुवार की देर रात अमरासनी पहाड़ लाकर मुक्त कर दिया. लखीसराय के पुलिस कप्तान अरविंद ठाकुर,
एएसपी पवन कुमार उपाध्याय ने शुक्रवार को पीरीबाजार थाना क्षेत्र के लहसोरवा गांव जाकर अपहृत भूना यादव व दो पुत्र बबलू कुमार व विकास कुमार व उनके भतीजा संजय यादव से मिलकर मामले की पूरी जानकारी ली. नक्सली चंगुल से मुक्त हुए भूना यादव ने पुलिस कप्तान अरविंद ठाकुर को अपनी आपबीती सुनाते हुए कहा कि मंगलवार की देर संध्या लगभग साढ़े सात बजे शंकर यादव व अन्य 10-12 की संख्या में हथियार से लैश होकर नक्सली दस्ता के लोग मेरे घर पर आ धमके और कहा कि जमीन विवाद का पंचायती करना है चलो. इतना कहकर मुंह व आंख पर पट्टी बांधकर अपने साथ ले गया. दिन रात चलाते रहा लेकिन मालूम नहीं कि उन्हें कहां ले गया और कहां रखा. एसपी श्री ठाकुर मुक्त अपहृत से पूरे मामले की जानकारी लेते हुए कहा कि आपलोगों का विवाद जमीन का है इस पर भूना यादव ने हामी भरते हुए कहा कि इसके पूर्व लगभग एक वर्ष पहले भी नक्सलियों द्वारा जमीन का पंचायती किया गया था जिसकी सूचना पीरी बाजार के पूर्व थानाध्यक्ष आशुतोष कुमार के पास भी है. जिस जमीन का विवाद भूना यादव व शंकर यादव से है उस जमीन की जानकारी लेते हुए वंशावली पर चर्चा किया. इसी क्रम में एसपी श्री ठाकुर ने मुक्त भूना यादव ने बताया कि तीन लाख रुपये पहुंचाने के शर्त पर हम सभी परिवार को अमरासनी पहाड़ पर लाकर मुक्त किया. नक्सली चंगुल से मुक्त लोगों से मिलने के क्रम में लखीसराय एसपी अरविंद ठाकुर ने कहा कि शंकर यादव पर पुलिस का दबिश बना था जिस कारण उनलोगों को मुक्त कर दिया गया, हालांकि एसपी श्री ठाकुर ने यह भी कहा कि नक्सली संगठन पर ज्यादा पुलिसिया दबिश नहीं बनाया गया था कि जिससे उनलोगों के साथ अनहोनी घटना न घट जाये. मुख्यालय डीएसपी पन्ना सिंह, कजरा नरोत्तमपुर 131 सीआरपीएफ बटालियन के सहायक कमांडेंट धर्मेंद्र कुमार, पीरीबाजार थानाध्यक्ष रविकांत कुमार, मेदनीचैकी थानाध्यक्ष रंजीत कुमार, चानन थानाध्यक्ष सुनील कुमार झा व दर्जनों पुलिस बल मौजूद थे.