लाल दियारा से गौरव को कराया मुक्त
कार्रवाई. शादी के लिए किया गया था अपहरण, पुलिस को मिली सफलता पिता के बयान पर चार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज पुलिस ने गौरव का कोर्ट में दर्ज करवाया 164 के तहत बयान बुधवार की देर शाम टाउन थाना क्षेत्र के चितरंजन रोड से हुआ था अपहरण लखीसराय : टाउन थाना क्षेत्र के चितरंजन […]
कार्रवाई. शादी के लिए किया गया था अपहरण, पुलिस को मिली सफलता
पिता के बयान पर चार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज
पुलिस ने गौरव का कोर्ट में दर्ज करवाया 164 के तहत बयान
बुधवार की देर शाम टाउन थाना क्षेत्र के चितरंजन रोड से हुआ था अपहरण
लखीसराय : टाउन थाना क्षेत्र के चितरंजन रोड स्थित बिजली ऑफिस से बुधवार की शाम अपहृत युवक को पुलिस ने गुरुवार की सुबह पिपरिया थाना क्षेत्र के लाल दियारा स्थित पंकज सिंह के घर के पास से बरामद कर लिया़ अपहृत गौरव को बरामद करने के बाद पुलिस ने उसका कोर्ट में 164 के तहत बयान दर्ज कराया है़ पुलिस अधीक्षक अरविंद ठाकुर ने बताया कि पूरा मामला पकड़उवा शादी का था़ लाल दियारा निवासी पंकज सिंह ने अपनी पुत्री से गौरव की शादी कराने के लिए पूरे प्लानिंग के साथ गौरव को अगवा किया था.
हालांकि एसपी ने बताया कि गौरव के पिता चुनचुन सिंह के बयान पर गौरव के अपहरण मामले में पंकज सिंह पेसर बलराम सिंह, जितेंद्र सिंह पेसर शिरिश सिंह, निखिल उर्फ गौतम व टिंकु सिंह दोनों पेसर जितेंद्र सिंह सहित तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ अपहरण की प्राथमिकी दर्ज की गयी है. पुलिस सभी बिंदुओं को ध्यान में रखकर जांच कर रही है.
बिजली ऑफिस परिसर से किया गया था गौरव का अपहरण
यहां बता दें कि बुधवार को निखिल उर्फ गौतम ने बिजली बिल जमा कराने के बहाने अपने मौसेरे भाई गौरव को बिजली ऑफिस बुलाया था़ गौरव के अपने साथी के बाइक से बिजली ऑफिस परिसर में प्रवेश करते ही पहले से घात लगाये लोगों ने गौतम को खींच कर परिसर के बाहर खड़ी बोलेरो में बिठा लिया. इस दौरान गौतम के शोर मचाने पर बोलेरो में बैठे लोगों ने उसे हथियार दिखा कर चुप करा दिया तथा कार्यानंदनगर की ओर से बोलेरो के साथ फरार हो गये. गुरुवार को लाल दियारा से बरामद होने के बाद गौरव ने बताया कि उसे अगवा करने वाले बोलेरो से पहले बेगूसराय जिला के शाम्हो दियारा ले गये, वहां उसे एक स्कूल में बंद करके रखा़ इसके बाद एक मंदिर में उसकी शादी करा दी गयी़
शरतचंद हत्याकांड में जेल से तीन माह पहले ही छूटा था पंंकज सिंह
पंकज सिंह लखीसराय के चर्चित शरतचंद हत्याकांड में जेल में बंद था तथा तीन महीने पूर्व ही जेल से छूटा था़ इसके बाद वह लगातार गौरव से अपनी पुत्री की शादी के लिए गौरव के परिजनों से मिल रहा था़ गौरव के पारिवारिक सूत्रों के अनुसार एक सप्ताह से पंकज सिंह अपनी पुत्री से गौरव की शादी कराने के लिए दबाव बना रहा था, लेकिन गौरव के पिता चुनचुन सिंह इसके लिए राजी नहीं थे. 29 नवंबर को तेज लग्न को लेकर आखिर पंकज सिंह ने पूरी तैयारी के साथ गौरव को अगवा कर अपनी पुत्री के साथ उसकी शादी करा दी.