लखीसराय : बिहार के लखीसराय जिले के मसुदन रेलवे स्टेशन पर उत्पात मचाने के बाद रेलकर्मियों का अपहरण करने वाले नक्सलियों ने अगवा रेलकर्मियों को रिहा कर दिया है. जानकारी के मुताबिक नक्सलियों ने अगवा रेलकर्मियों को धरहरा जंगल के पास नक्सलियों ने छोड़ा है. रेलकर्मियों की मुक्ति के बाद किउल- जमालपुर रेलखंड पुनः बहाल होने की संभावना है. प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी द्वारा 24 घंटे के बिहार-झारखंड बंद का नक्सलियों के जेबी जोन में व्यापक असर देखने को मिला है. अगवा रेल कर्मियों की हत्या की धमकी दिये जाने के बाद रेलवे ने एहतियातन किऊल जमालपुर रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन रोक दिया था.
भागलपुर प्रक्षेत्र के आइजी सुशील मान सिंह खोपड़े धरहरा थाना पहुंचकर रेलकर्मियों से जानकारी ले रहे हैं. मिली जानकारी के मुताबिक रेलकर्मियों को नक्सलियों ने धरहरा के जगदीशपुर गांव जानेवाली सड़क पर छोड़ा. रेलकर्मियों की मुक्ति के बाद किऊल- जमालपुर रेलखंड पुनः बहाल होने की संभावना है. प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी द्वारा 24 घंटे के बिहार-झारखंड बंद का नक्सलियों के जेबी जोन में व्यापक असर देखने को मिला .अगवा रेल कर्मियों की हत्या की धमकी दिये जाने के बाद रेलवे ने एहतियातन किऊल जमालपुर रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन रोक दिया था.
जानकारी के मुताबिक नक्सलियों ने मालदा रेलवे कंट्रोल को फोन कर परिचालन रोकने की धमकी दी थी. साथ ही स्टेशन मास्टर मुकेश कुमार और पोर्टर नागेंद्र मंडल को अगवा कर लिया था. जमालपुर-किऊल रेल खंड के मसुदन स्टेशन से अगवा रेल कर्मियों की हत्या की धमकी सीधे मालदा कंट्रोल को दी गई. अगवा रेल कर्मियों की हत्या की धमकी देने के बाद रेल प्रशासन ने ट्रेनों का परिचालन रोक दिया था. अब कुछ देर बाद परिचालन सामान्य होने की संभावना है.
नक्सली संगठनों की बंदी मंगलवार को आधी रात से शुरू हो गई थी. बंदी शुरू होते ही मसूदन स्टेशन पर नक्सलियों ने हमला कर दिया और वहां आग लगा दिया. रेल परिचालन रोकने के बाद नक्सली मसुदन स्टेशन के स्टेशन मास्टर मुकेश कुमार और पोर्टर नागेंद्र मंडल को अगवा कर लिया और अपने साथ लेते चले गये. इन्हीं रेल कर्मियों की हत्या की धमकी दी गयी थी. वहीं दूसरी ओर, एएसएम मुकेश कुमार मुंगेर जिले के धरहरा थाना क्षेत्र के गांव का रहनेवाला है. जबकि, पोर्टर निलेंद्र मंडल भागलपुर जिले के सुल्तानगंज थाना क्षेत्र के गण धनिया का रहनेवाला है. घटना के बाद दोनों कर्मियों के परिजन मसूदन स्टेशन पहुंच चुके हैं. स्टेशन पर ही दोनों रेलवे कर्मियों के परिजन सुबह से ही उनके लौटने का इंतजार कर रहे थे. घटना के लगभग आठ घंटे बाद जमालपुर रेल जीआरपी के थानाध्यक्ष कृपाशंकर सुबह 5:00 बजे मसुदन स्टेशन पहुंचे.
जमालपुर-किउल रेलखंड के मसुदन रेलवे स्टेशन पर माओवादी वारदात के बाद रेलखंड में ट्रेनों का परिचालन बुरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है. ट्रेन जहां-तहां रुकी हुई है. रेलखंड के यात्री परेशान हैं. भागलपुर-दानापुर इंटरसिटी को जहां रतनपुर रेलवे स्टेशन में रोक दिया गया है. वहीं, जयनगर-हावड़ा ट्रेन सिमरिया स्टेशन में रोक रखा गया है. इधर, हावड़ा-गया एक्सप्रेस जमालपुर में खड़ी है. जबकि, मुजफ्फरपुर-भागलपुर जनसेवा एक्सप्रेस एवं फरक्का एक्सप्रेस प्रातः 7:00 बजे से ही किउल स्टेशन पर रुकी हुई है. राजेंद्रनगर-बांका बड़हिया में खड़ी है. दूसरी तरफ यात्रियों में कोहराम मचा है.
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