अपहृत के परिजनों का था बुरा हाल, लौटेने की मिली खबर तो आयी जान में जान
कजरा/पीरीबाजार : मसूदन रेलवे स्टेशन के सिग्नल पैनल में पेट्रोल छिड़क कर आग लगाने व दो रेलकर्मी एएसएम मुकेश कुमार व पोर्टर नरेंद्र मंडल को अगवा कर ट्रेन परिचालन बंद करने की धमकी दी. एएसएम मुकेश कुमार को नक्सलियों द्वारा अगवा करने की खबर परिजनों को मिलते ही बुधवार की सुबह लगभग सात बजे एएसएम […]
कजरा/पीरीबाजार : मसूदन रेलवे स्टेशन के सिग्नल पैनल में पेट्रोल छिड़क कर आग लगाने व दो रेलकर्मी एएसएम मुकेश कुमार व पोर्टर नरेंद्र मंडल को अगवा कर ट्रेन परिचालन बंद करने की धमकी दी. एएसएम मुकेश कुमार को नक्सलियों द्वारा अगवा करने की खबर परिजनों को मिलते ही बुधवार की सुबह लगभग सात बजे एएसएम मुकेश कुमार का छोटा भाई रजनीश कुमार, बहन- ममता कुमारी, पिता सुभित पासवान, पत्नी रोजी कुमारी, सास वंदना देवी, मौसी सास शर्मिला देवी सहित कई परिजन मसूदन रेलवे स्टेशन पहुंच गये. परिजन दहशत में थे.
एएसएम मुकेश कुमार के बारे में मसुदन स्टेशन पर तैनात स्टेशन प्रबंधक परमानंद प्रसाद एवं पोर्टर भोला प्रसाद यादव से पूछताछ करने लगे. पत्नी रोजी कुमारी बार-बार एसएम परमानंद प्रसाद से एक ही बात पूछ रही थी कि उनके पति कब आएंगे. कोई खबर मिल रही है क्या. उनका फोन भी बंद आ रहा है. पूछते-पूछते ही उसका रो-रो कर बुरा हाल हो रहा था. उसके साथ आये परिजन व अन्य रेलकर्मी उन्हें बार-बार दिलासा देने की कोशिश कर रहे थे़
रोते-रोते रोजी कभी एसपी लखीसराय को फोन कर मुकेश कुमार का खबर ले रही थी तो कभी एसआरपी जमालपुर को फोन कर खबर ले रहे थी. दोनों पुलिस पदाधिकारी से फोन पर रोजी सिर्फ इतना कहे जा रही थी कि उनके पति को किसी भी कीमत पर लाकर दिया जाय. उनकी जो भी मांग हो पूरा किया जाय जिससे उनके पति जल्द लौट सकें. अगवा एएसएम मुकेश कुमार के पिता सुभित पासवान के आंखों से भी आसूं छलक रहे थे. पूछने पर वह बोल नहीं पा रहे थे बहुत पूछने पर बिलखते हुए कहा कि उनके ऊपर तो पहाड़ टूट गया है. बेटे मुकेश के पास तीन लड़की मिस्टी कुमारी(10 वर्ष), सृष्टि कुमारी (8 वर्ष), मानी कुमारी (6 वर्ष) एवं एक पुत्र सान कुमार(4 वर्ष) गमगीन थे. हालांकि उनके लौटने की खबर जैसे ही मिली तो परिजनों की जान में जान आयी.