लखीसराय/चानन : पिछले दिनों छत्तीसगढ़ में पुलिस के साथ हुए मुठभेड़ में एक दर्जन से अधिक नक्सलियों के मारे जाने तथा नक्सलियों के खिलाफ व्यापक छापेमारी की वजह से छत्तीसगढ़ से पलायन कर नक्सलियों के लखीसराय व जमुई जिले की सीमा में अपना डेरा जमाने की सूचना है. बाहर से आये नक्सलियों को शरण देने तथा उनकी खान-पान व सुरक्षा की जिम्मेदारी स्थानीय नक्सलियों पर दी गयी है. जिसके तहत इन दिनों जिले के कजरा, पीरीबाजार व चानन थाना क्षेत्र के पहाड़ी व जंगली इलाकों में संदिग्ध लोगों की गतिविधि देखी जा रही है.
इस संबंध में सूचना मिलने पर पुलिस कप्तान अरविंद ठाकुर के निर्देश पर जिला पुलिस सहित, सीआरपीएफ, एसटीएफ एवं कोबरा बटालिन के द्वारा सोमवार से ही नक्सल प्रभावित क्षेत्र में कांबिंग ऑपरेशन जारी है. इस संबंध में एसपी श्री ठाकुर ने बताया कि पुलिस को भी क्षेत्र में नक्सली गतिविधि बढ़ने की सूचना मिली थी, जिसके बाद वृहत पैमाने पर नक्सलियों के खिलाफ कांबिंग की जा रही है. उन्होंने बताया कि नक्सलियों के मंसूबे को कभी सफल नहीं होने दिया जायेगा.
पुलिस मुठभेड़ के बाद भूमिगत हो गया था बालेश्वर कोड़ा
नक्सली एरिया कमांडर बालेश्वर कोड़ा जनवरी में हुए एक पुलिस मुठभेड़ के बाद भूमिगत हो गया था, लेकिन हाल के दिनों में उसकी चहल-पहल बढ़ने की सूचना मिल रही है. बताया जाता है कि मुठभेड़ के बाद मुखियाजी के रूप में नक्सल प्रभावित क्षेत्र में प्रसिद्ध बालेश्वर कोड़ा संगठन को मजबूत करने साथ ही अपने खुफिया तंत्र को भी मजबूत करने में लगा हुआ था. अपने खुफिया तंत्र को मजबूत करने के बाद एक बार फिर बालेश्वर कोड़ा पूरी तैयारी के साथ क्षेत्र में अपनी पकड़ को मजबूत कर चुका है और किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की तैयारी में है. चानन थाना क्षेत्र में महिला नक्सलियों के जमा होने की सूचना है. विगत एक सप्ताह पूर्व महिला नक्सलियों के एक दस्ते के क्षेत्र में पहुंचने की बात कही जा रही है.
दो दिनों से नक्सली क्षेत्रों मेंे छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि नक्सलियों के विरुद्ध इस तरह का अभियान समय-समय पर चलता रहेगा. पुलिस नक्सलियों की प्रत्येक गतिविधि पर नजर बनाये हुए हैं.
पवन कुमार उपाध्याय, एएसपी अभियान